चीन ने WHO हेड को खरीद लिया था, इसलिए कोरोना नहीं रोक पाया: US
लंदन। कोरोना वायरस महामारी को लेकर अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर एक बार फिर हमला बोला है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि WHO हेड को चीन ने खरीद लिया था। वहीं, WHO के एक प्रवक्ता ने कहा है कि संस्था ऐसे हमलों को खारिज करती है और विभिन्न देशों से अपील करता है कि वे महामारी रोकने के कामों पर फोकस रहें।
एक जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को लंदन में सांसदों के साथ एक निजी मीटिंग में माइक पोम्पियो ने WHO पर बड़ा आरोप लगाया है। पोम्पियो ने कहा कि WHO के फेल होने की वजह से ब्रिटेन में मौतें बढ़ीं। माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि WHO के प्रमुख टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने चुनाव जीतने में मदद पाने के लिए चीन के साथ डील की थी। पोम्पियो ने कहा कि टेड्रोस और चीन की डील की वजह से लोगों की मौतें हुईं। माइक पोम्पियो ने कहा कि विज्ञान पर आधारित संस्था न होकर WHO एक राजनीतिक संस्था बन गई और कोरोना महामारी का सामना करने में नाकाम रही।
बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री का यह बयान तब आया है जब वे चीन के खिलाफ कड़ा रुख तय करने के लिए ब्रिटेन और यूरोपीय देश पर दबाव बढ़ाने के मकसद से यूरोप का दौरा शुरू कर रहे हैं। कुछ ही दिन पहले ब्रिटेन ने 5G नेटवर्क के लिए चीनी कंपनी Huawei को बैन करने का ऐलान किया था।
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