वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने सोमवार को कुछ वीजा आवेदनों के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग योजना शुरू की है। इससे अमेरिका आने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय छात्रों को फायदा मिलेगा। विज्ञान, तकनीक, प्रोद्यौगिकी और गणित (Science, Technology, Engineering, mathmatics) की पढ़ाई करने अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों को भी इससे बड़ा फायदा होगा। अमेरिका के यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने एलान किया है कि STEM के क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवहारिक प्रशिक्षण (Optional Practical Training) करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को इससे फायदा होगा। मतलब अब वह पढ़ाई के साथ ही काम भी कर सकेंगे।
यूएससीआईएस के अनुसार, वीजा की प्रीमियम प्रोसेसिंग सेवा छह मार्च से शुरू हो गई है। वहीं कुछ अन्य कैटेगरी के लिए यह सेवा तीन अप्रैल से शुरू होगी। यूएससीआईएस के निदेशक यूआर एम जदाउ का कहना है कि एफ-1 छात्रों को प्रीमियम प्रोसेसिंग के साथ ही ऑनलाइन फाइलिंग और इमीग्रेशन में भी फायदा दिया जाएगा। भारतीय मूल के अजय भुतोरिया ने भी अमेरिकी सरकार के इस कदम की सराहना की है।
भुतोरिया ने कहा कि यह विदेशी छात्रों के लिए कमाल की खबर है, जो लंबे समय से अपने ओपीटी को मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे थे। इससे एफ-1 कैटेगरी के छात्रों को अमेरिका में रोजगार करने की भी मंजूरी मिल जाएगी। इससे ना सिर्फ अमेरिकी का अर्थव्यवस्था को फायदा होगा बल्कि यहां के समाज को भी फायदा होगा।
बता दें कि भारत में अमेरिका का वीजा पाने का इंतजार कर रहे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। यही वजह है कि अमेरिका की सरकार भी कई कदम उठा रही है, जिससे बैकलॉग की समस्या का समाधान किया जा सके। इसके लिए अमेरिका की सरकार भारत में अपने स्टाफ को बढ़ाने और अन्य देशों के अधिकारियों और कर्मचारियों को ऑनलाइन तरीके से भारत के काम निपटाने में लगा रही है। बता दें कि भारत में अमेरिका के वीजा की वेटिंग काफी लंबी है।
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