वाशिंगटन । तिब्बत एक्ट के विरोध में कार्रवाई के बाद अब अमेरिका ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के मानवाधिकार हनन को लेकर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका ने जिन तीन अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है उनमें शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सचिव चेन क्वांगो शिनजियांग पोलिटिकल और लीगल कमेटी के सचिव झू हैलूनऔर शिनजियांग पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो के पार्टी सचिव वैंग मिंगशान शामिल हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो का कहना है कि चीन के इन तीनों नेताओं के अलावा इनके परिजन भी अब अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। पोंपियो ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका आज शिनजियांग में भयावह दुर्व्यवहार के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। अमेरिका उन सभी राष्ट्रों का आह्वान करता है जो मानव अधिकारों और उइगर मुस्लिमों पर सीसीपी की ज्यादतियों के बारे में हमारी चिंताओं को साझा करते हैं और इस तरह के व्यवहार की निंदा करते हैं। वहीं अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने कहा कि अमेरिका शिनजियांग में हो रहे मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ अपनी वित्तीय शक्तियों का पूरा इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध है।
विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इन प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि वह सीपीसी के अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी वीजा प्रतिबंधों की घोषणा करते हैं जो हिरासती केंद्रों में उइगर मुस्लिमों एवं अन्य अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार हैं। इन अधिकारियों के परिजनों को भी अब अमेरिका में प्रवेश से प्रतिबंधित किया जाता है।
ज्ञात हो कि हाल ही में अमेरिका ने तिब्बत एक्ट के विरोध में चीन के अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाए थे। अमेरिका ने तिब्बत की स्वायत्तता का समर्थन करते हुए कहा था कि तिब्बती लोगों के बुनियादी मानवाधिकारों के लिए, उनके विशिष्ट धर्म, संस्कृति और भाषायी पहचान को संरक्षित रखने के लिए वह दृढ़ संकल्पित है।
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