ताइपे। ताइवान (Taiwan) को चीन(China) अपना हिस्सा मानता है जबकि कई देश उसके साथ कूटनीतिक रिश्ते बना रहे हैं। इससे गुस्साया चीन(China) लगातार ताइवानी हवाई क्षेत्र (taiwanese airspace) में अपने लड़ाकू विमान भेज रहा है। जंगी विमानों (war planes) के इस प्रदर्शन के बाद बुधवार को फ्रांसीसी सीनेटरों का एक समूह पांच दिनी यात्रा पर ताइवान(Taiwan) पहुंचा है। जबकि अमेरिका (America) व ब्रिटेन(Britian) ने दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में फिलीपीन (Philippine) के पास अपने 3 विमान वाहक पोत तैनात(3 aircraft carriers deployed) कर दिए हैं।
ताइवान क्षेत्र में बढ़े तनाव के बीच फ्रांसीसी सीनेटर एलन रिचर्ड की अगुआई में एक समूह ताइवानी राष्ट्रपति साई इंग-वेन समेत देश के आर्थिक व स्वास्थ्य अधिकारियों और मुख्य भूमि मामलों की परिषद के साथ बैठक करेगा। फ्रांस के पूर्व रक्षामंत्री रिचर्ड इससे पहले 2015 व 2018 में ताइवान का आधिकारिक दौरा कर चुके हैं। उस वक्त फ्रांस में चीन के राजदूत लू शाय ने फरवरी में चेतावनी पत्र भेजकर रिचर्ड को दौरा रद्द करने के लिए कहा था।
साल भर में 600 से ज्यादा जंगी विमान भेजे
ताइवान में इस साल वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में इस साल 600 से ज्यादा चीनी जंगी विमानों ने उड़ानें भरीं। चीन के सैन्य विमान ने मार्च 2019 में ताइवान में ऐसी उड़ान की शुरुआत की। इसके बाद अकेले दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में 380 बार चीनी विमान घुसे जहां आमतौर पर एक से तीन धीमी गति से उड़ने वाले टर्बोप्रॉप विमान भेजे जाते हैं।
40 साल में सबसे खराब दौर में चीनी तनाव
ताइवान के रक्षामंत्री चिउ कुओ-चेंग ने कहा कि चीनी विमानों की रिकॉर्ड संख्या को देखते हुए यह तनाव पिछले 40 सालों में सबसे खराब दौर में है। इससे हथियार खर्च पैकेज को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने एक अतिरिक्त सैन्य खर्च की समीक्षा करने वाली संसदीय समिति से कहा कि मेरे मंत्रालय संभालने के बाद यह तनाव का अब तक का सबसे गंभीर दौर है और इसके लिए रक्षा खर्च बढ़ाना होगा।
फिलीपीन सागर के पास युद्धाभ्यास
चीन के खतरे को देखते हुए अमेरिका के दो और ब्रिटेन का नया एयरक्राफ्ट वाहक पोत खतरनाक मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर के साथ युद्धाभ्यास कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन भले ही डराने के लिए जंगी विमान ताइवान के पास भेज रहा है लेकिन अभी ड्रैगन के हमले का खतरा नहीं है। उन्होंने कहा, ताइवान को लेकर चीन बड़ी चाल चल रहा है और आगे भी वह इस स्वशासित द्वीप पर दबाव बनाता रहेगा।
चीनी अफसर से स्विट्जरलैंड में मिलेंगे अमेरिकी एनएसए
राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन को चीन के विदेश नीति सलाहकार यांग जिएची के साथ वार्ता के लिए स्विट्जरलैंड भेज रहे हैं। दोनों देशों के बीच ताइवान और व्यापार सहित कई मुद्दों पर मतभेद हैं। ज्यूरिख में होने वाली यह बैठक पिछले माह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और बाइडन के बीच फोन पर हुई चर्चा के बाद हो रही है। इससे पहले अमेरिका ने ताइवान क्षेत्र में चीनी गतिविधियों को उकसावे वाली करार दिया था।
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