यरुशलम। हमास (Hamas) और इस्राइल (israel) के बीच बीते पांच महीने से जंग जारी है। पिछले साल सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमास के घातक हमले के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने हैं। इस लड़ाई के बीच मिस्र से लगी रफा सीमा पर इस्राइली रक्षा बल (IDF) ने कार्रवाई शुरू की है। कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि इस्राइल ने आगे जमीनी हमले के भी संकेत दिए हैं। इस बीच, अमेरिका (America) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) के एक प्रस्ताव की पैरवी की, जिसमें इस्राइल-हमास युद्ध (War) में अस्थायी युद्धविराम का आह्वान किया गया है। इसके अलावा, इसमें रफा में अपने सहयोगी इस्राइल द्वारा जमीनी हमले का विरोध भी किया गया है।
रफा सीमा की अहमियत क्या है?
गौरतलब है, इस्राइल रफा में जमीनी हमले की योजना बना रहा है। यहां पर संघर्ष से बचकर आए सैकड़ों हजारों लोग रह रहे हैं। गाजा की कुल आबादी 23 लाख है, जिसमें से आधे से अधिक अब रफा में हैं। यहां हजारों लोग विशाल तम्बू शिविरों और भीड़ भरे संयुक्त राष्ट्र के आश्रयों में रह रहे हैं। आश्रय के अलावा यह रफा मदद का द्वार भी बन चुका है। दरअसल, गाजा पट्टी में लोगों और सामानों की आवाजाही तीन क्रॉसिंगों के जरिए होती है। इसमें पहला रफा क्रॉसिंग है जिसका नियंत्रण मिस्र के पास है। दूसरा इरेज और तीसरा केरेम शालोम क्रॉसिंग जिनका नियंत्रण इस्राइल करता है। युद्ध से पहले मानवीय सहायता के लिए केरेम शालोम प्राथमिक मार्ग था। यह और इरेज दोनों अब बंद हो गए हैं। इस तरह से रफा गाजा से अंदर और बाहर जाने का एकमात्र रास्ता रह गया है।
सुरक्षा परिषद के सदस्यों की इच्छा से अलग प्रस्ताव
अमेरिका की यूएन के प्रस्ताव की पैरवी तत्काल युद्धविराम की मांग करने वाले अल्जीरियाई मसौदा प्रस्ताव को वीटो करने की कसम खाने के बाद आया है। परिषद मंगलवार सुबह अल्जीरियाई मसौदे पर मतदान करेगी। प्रस्तावित मसौदे के अनुसार, अमेरिका गाजा में जल्द से जल्द अस्थायी युद्धविराम का आह्वान कर रहा है, जो सुरक्षा परिषद के अधिकांश अन्य सदस्यों की इच्छा से अलग है। दरअसल, सुरक्षा परिषद के सदस्य ‘तत्काल’ युद्धविराम चाहते हैं।
अमेरिका लगातार दे रहा साथ
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र की कार्रवाइयों से अपने सहयोगी इस्राइल की रक्षा की है। यूएस ने बार-बार युद्धविराम के आह्वान का विरोध किया है, इस बात पर जोर देते हुए कि सात अक्टूबर को हुए हमास के आतंकवादी हमले के बाद इस्राइल का खुद का बचाव करने का अधिकार है। इसने युद्ध पर सुरक्षा परिषद के कम से कम दो प्रस्तावों के खिलाफ भी मतदान किया है।
पहले चेतावनी दे चुके हैं बाइडन
हालांकि, इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी और नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए सैन्य अभियान चलाने की हिदायत दी थी। जो बाइडन ने बीते गुरुवार को इस्राइली पीएम से कहा था कि उन्हें फलस्तीनी नागरिकों की रक्षा के लिए एक भरोसेमंद और जमीन पर उतारी जाने लायक योजना के बिना रफा सीमा पर सैन्य कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।
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