वॉशिंगटन। इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit in Bali, Indonesia) संपन्न हो गया। भारत को जी-20 समूह के नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गयी। यहां तक कि भारत लौटने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शिखर सम्मेलन (G-20 Summit ) में भाग लेने आए राष्ट्राध्यक्षों को नायाब तोहफे दिए। अगले वर्ष भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में आने का न्योता भी प्रधानमंत्री मोदी ने दिया ।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरेन ज्यां पियरे ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, भारत ने शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र संबंधी बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, हमारे पास अन्य प्राथमिकताओं के बीच एक लचीली वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए वर्तमान खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों को दूर करने का एक रास्ता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटे। भारत दिसंबर में जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। समूह के सभी सदस्यों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का कहना है कि भारत की अध्यक्षता जी-20 के इतिहास में महत्वपूर्ण साबित होगी।
पियरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संबंध इस नतीजे के लिए महत्वपूर्ण थे और हम भारत की अगले साल जी-20 अध्यक्षता के दौरान सहयोग करने के लिए तत्पर हैं। हम अगली बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाइडन ने शिखर सम्मेलन से इतर मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से बात की।
बता दें कि जी-20 सम्मेलन के अंतिम दिन इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी-20 के नेतृत्व की कमान सौंपी। भारत एक दिसंबर से आधिकारिक रूप से जी-20 समूह का मुखिया हो जाएगा।
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