लाहौर: पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है. लाहौर के इस्लामपुरा में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की ‘अज्ञात हमलावरों’ ने गोली मारकर हत्या कर दी. अमीरसरफराज ने ही ISI के इशारे पर पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत सिंह की हत्या कर दी थी.
कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह पर हमले में प्रमुख व्यक्ति अमीर तनबा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. इस घटना के बाद पुलिस ने तेजी से इलाके की घेराबंदी कर ली है. साथ ही शूटरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
अदालत ने कर दिया था बरी
आपको बता दें, अप्रैल 2013 में अमीर तनबा और उसके साथी कैदी मुदासिर मुनीर पर कोट लखपत जेल के भीतर भारतीय जासूस सरबजीत सिंह को मौत के घाट उतारने का आरोप लगाया गया था. 15 दिसंबर, 2018 को लाहौर की एक जिला और सत्र अदालत ने सभी गवाहों के अपने बयान से मुकर जाने के कारण दोनों आरोपियों को बरी कर दिया था.
पाकिस्तान जेल में बंद थे सरबजीत
भारत के रहने वाले सरबजीत को पाकिस्तान में पकड़ लिया गया था. वहां की एक अदालत ने आतंकवाद और जासूसी के लिए दोषी ठहराया था. उन्हें 1991 में मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि इसके बाद सरकार ने 2008 में सरबजीत को फांसी देने पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी थी.
2013 में हुई थी सरबजीत की मौत
सरबजीत को जेल से बाहर निकालने के लिए उनकी पत्नी सुखप्रीत कौर ने काफी कोशिशें की थी लेकिन, अप्रैल 2013 में लाहौर में कैदियों के झगड़े के बाद सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी. इस घटना में अमीर सरफराज भी शामिल था. इसी साल जून महीने में सरबजीत की बहन दलबीर कौर का भी निधन हो गया था. हालांकि उन्होंने भी अपने भाई को जेल से बाहर निकालने के लिए काफी संघर्ष किया था.
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