उज्जैन। पिछले वर्ष जैसी घटना उज्जैन में शनिवार को फिर देखने को मिली । एक कोरोना पॉजिटिव मरीज को एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल में रैफर किया, जहां उसकी एंबुलेंस में ही मौत हो गई।
बता दें, कि गत वर्ष शा.माधवनगर से अमलतास देवास मरीज भेजा जा रहा था जहां पर उसकी मौत हो गई थी। इस बार भी आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज से अमलतास भेजा जा रहा था। इस मामले में एक युवक का नाम सामने आया है,जो स्वयं को सांसद अनिल फिरोजिया का प्रतिनिधि बताता है। डॉक्टर्स के अनुसार उसके कहने पर मरीज को रैफर करना पड़ा, जबकि डॉक्टर्स नहीं चाहते थे कि ऐसा किया जाए।
शाजापुर निवासी एक कोरोना पॉजीटिव्ह मरीज आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती हुआ था। उसके फेफड़ों में अत्यधिक संक्रमण था। भर्ती वाले दिन से ही वह वेंटिलेटर पर था। उपचार में सुधार न देख परिजनों ने चिकित्सकों को कहा कि वह मरीज को अमलतास रैफर कर दे। डॉक्टर्स ने मना कर दिया कि ऐसा करना रिस्क का काम है। रास्ते में ही कुछ हो सकता है। डॉक्टर्स का दावा है कि इस पर परिजनों ने एक फोन उन्हे करवाया। दूसरी ओर से कहा गया कि वह राहुल जाट बोल रहा है, सांसद अनिल फिरोजिया का प्रतिनिधि है। मरीज को तुरंत रैफर कर दो। डॉक्टर्स ने उसे समझाया तो भी वह नहीं माना। इस पर मरीज को रैफर कर दिया। इधर मरीज की रास्ते में ही मौत हो गई। जब परिजन अमलतास पहुंचे तो वहां मरीज को मृत देखकर उन्होंने शव को अपने यहां रखने से मना कर दिया। इस पर पुन: एम्बुलेंस से शव को उज्जैन लाए और जिला अस्पतला की मरचुरी में रखा गया।