नई दिल्ली। ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि कंपनी की योजना भारत में 15 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करने की है, जिससे कंपनी का भारत में कुल निवेश 26 अरब डॉलर हो जाएगा। अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के बाद अमेजन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) एंडी जैसी ने कहा कि कंपनी भारत में पहले से ही 11 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी बहुत अच्छी और सार्थक बातचीत हुई। मुझे लगता है कि हमारे कई लक्ष्य समान हैं। अमेजन भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। हमने अब तक 11 अरब डॉलर का निवेश किया है और 15 अरब डॉलर का और निवेश करने का इरादा है, जिससे कुल राशि 26 अरब डॉलर हो जाएगी। इसलिए हम साझेदारी के भविष्य को लेकर बहुत उत्सुक हैं।
PMO ने ट्वीट कर दी जानकारी
PMO इंडिया ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री ने अमेजन के अध्यक्ष और सीईओ के साथ सार्थक बैठक की। मंत्रालय ने ट्वीट किया, “चर्चा भारत में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अमेजन के साथ सहयोग बढ़ाने की संभावना और ई-कॉमर्स के क्षेत्र पर केंद्रित रही।” मोदी ने भारत में एमएसएमई के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने की अमेजन की पहल का स्वागत किया।
कंपनी जहां एक तरफ निवेश करने को लेकर सहमत दिख रही है तो वहीं दूसरे तरफ कंपनी से लगातार लोगों की नौकरी जा रही है। अमेजन अब तक 27,000 लोगों की छंटनी कर चुका है। कंपनी ने इसे दो बार में अंजाम दिया था, पहले 18 हजार और फिर 9 हजार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया था।
फर्जी प्रोडक्ट बेचने वालों पर कंपनी कस रही नकेल
ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने पिछले साल वैश्विक स्तर पर 60 लाख नकली सामान को अपनी सप्लाई चेन से हटाया है। कंपनी ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि उसने बीते साल 2022 में नये विक्रय खाते बनाने के 8,00,000 से अधिक प्रयासों को रोका। इससे गलत लोगों को बिक्री के लिये एकल उत्पाद मंच पर डालने से रोका जा सका। वर्ष 2021 में इस तरह के 25 लाख प्रयास हुए थे जबकि 2020 में यह संख्या 60 लाख थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञों के साथ मिलकर गलत तरीके से काम करने वाले लोगों को रोका गया और 60 लाख नकली सामान को आपूर्ति व्यवस्था से हटाया गया तथा उनका निपटान किया गया। इससे उन्हें ग्राहकों तक पहुंचने से रोका गया। इसमें कहा गया है कि अमेजन की नकली सामान से संबद्ध अपराध इकाई ने 2022 में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और चीन में 1,300 से अधिक अपराधियों की जांच की या फिर आगे की कार्रवाई के लिये संबंधित विभाग को भेजा।
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