कोलम्बो । श्रीलंका और वेस्टइंडीज (Sri Lanka and West Indies)के बीच तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज(T20 International Series) का समापन 17 अक्टूबर को हुआ। श्रीलंका की टीम(Sri Lankan team) ने आखिरी मुकाबला 9 विकेट से जीतकर सीरीज पर कब्जा किया। इस तरह श्रीलंका की टीम ने इतिहास रच दिया, क्योंकि आखिरी मैच जीतकर मेजबान टीम ने टी20 सीरीज भी अपने नाम कर ली है। श्रीलंका की टीम के इतिहास में पहली बार ऐसा है, जब उन्होंने दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को द्विपक्षीय सीरीज में मात दी है। श्रीलंका ने ओवरऑल अपने इतिहास में पांचवीं द्विपक्षीय सीरीज अपनी सरजमीं पर जीतने का कारनामा किया है।
आखिरी मुकाबले की बात करें तो वेस्टइंडीज के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। हालांकि, पूरी टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 162 रन बना सकी। वेस्टइंडीज के लिए 27 गेंदों में 37 रन कप्तान पॉवेल ने बनाए, जबकि 32 रनों की पारी गुडाकेश मोती ने खेली। वहीं, 23 रन ब्रैंडन किंग ने बनाए। श्रीलंका की ओर से 2-2 विकेट महेश तीक्षणा और वानिंदु हसरंगा को मिले। 1-1 विकेट चार अन्य गेंदबाजों को मिला। वेस्टइंडीज की टीम को पहला झटका पहले ही ओवर में लग गया था। इसके बाद टीम संभल नहीं पाई, क्योंकि अंतराल पर विकेट गिरते चले गए।
वहीं, श्रीलंका की टीम 163 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो टीम को दमदार शुरुआत पथुम निसंका और कुसल मेंडिस ने दिलाई। निसंका भले ही 22 गेंदों में 39 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन कुसल मेंडिस ने कुसल परेरा के साथ मिलकर मैच को फिनिश किया। मेंडिस ने 50 गेंदों में 68 रनों की पारी खेली और 36 गेंदों में 55 रन कुसल परेरा ने बनाए। वहीं, वेस्टइंडीज की तरफ से एकमात्र विकेट गुडाकेश मोती को मिला। वेस्टइंडीज ने 6 गेंदबाजों को आजमाया, लेकिन श्रीलंका की परिस्थितियों में टीम पेस बॉलिंग से फायदा नहीं उठा पाई। यही वजह रही कि टीम को हार मिली।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved