नई दिल्ली। आज देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण की वोटिंग हुई। इस चरण में 21 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की 102 सीटों पर वोटिंग हुई। साथ ही इतिहास में पहली बार एक और शानदार काम हुआ है। केंद्रशासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली बार शोंपेन जनजाति के 7 लोगों ने शुक्रवार को एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने मत का इस्तेमाल किया है।
यह जनजाति ग्रेटर निकोबार द्वीपसमूह का ‘विशेष संवेदनशील जनजाति समूह या कहें Particularly Vulnerable Tribal Group’ (PVTG) है। शोंपेन जनजाति के लोगों ने न केवल वन कर्मचारी क्वार्टर के अंदर बने ‘शोंपेन हट’ नामक मतदान केंद्र 411 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया, बल्कि उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए गए ‘कट-आउट’ पर सेल्फी भी ली।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी एस जगलान ने जानकारी देते हुए कहा, “पहली बार शोंपेन जनजाति के कुल 7 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पहले हमने उन्हें EVM और VVPAT के बारे में ट्रेनिंग दी। यह देखकर अच्छा लगा कि वे जंगल से बाहर आए और पहली बार उन्होंने वोटिंग में हिस्सा लिया।”
अधिकारी ने आगे बताया,”ओंगे और ग्रेट अंडमानीज जैसी दो अन्य आदिम जनजातियों ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह वोट दिया लेकिन शोंपेन जनजाति के कुल 98 मतदाताओं में से 7 ने पहली बार अपने मत का इस्तेमाल किया है।” 2011 की जनगणना के मुताबिक, शोंपेन जनजाति की आबादी कुल 229 थी। बता दें कि वोटिंग बूथ पर शोंपेन जनजाति के लोगों की भाषा संबंधी मदद एक ट्रांसलेटर ने की।
जानकारी दे दें कि अंडमान निकोबार में कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। पर खास मुकाबला सिर्फ दो प्रत्याशियों के बीच है, कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार। काग्रेंस के तरफ से निवर्तमान सांसद कुलदीप राय शर्मा और भाजपा की ओर उम्मीदवार विष्णु पद रे इस सीट पर अपनी किस्मत अजमा रहे हैं।
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