उज्जैन। हाथ लकडिय़ाँ चंदन की और जय बोलो भवानी नंदन के जयकारे के साथ हजारों यात्री आज उज्जैन पहुँचे और शिप्र नदी में स्नान किया। आज अमावस्या होने के कारण भी नदी क्षेत्र में भीड़ दिखाई दी। इस दौरान महिला एवं बच्चे भी थे। कल शाम पंचक्रोशी यात्रा के समापन के साथ ही अष्ट तीर्थ यात्रा पर श्रद्धालु निकल गए थे और उन्होंने रामघाट तथा त्रिवेणी घाट पर रात्रि विश्राम किया। आज वैशाख मास की अमावस्या है और आज तड़के 4 बजे से ही रामघाट से लेकर मंगलनाथ और सिद्धवट तक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाना शुरु कर दिया था। श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन ने घाटों पर रात्रि विश्राम के लिए इंतजाम किए थे और श्रद्धालुओं के लिए टेन्ट लगाए गए थे।
रात में सभी ने यहीं भजन-कीर्तन किए और मध्य रात्रि के बाद से शिप्रा में स्नान करना शुरु कर दिया। रामघाट पर भी आज सुबह से हजारों की संख्या में लोग शिप्रा स्नान के लिए पहुँच रहे हैं। मालवा के श्रद्धालुओं के अलावा पंचक्रोशी यात्रा में आए 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु आज रामघाट और त्रिवेणी संगम तक स्नान करने पहुँचे। दोपहर तक हजारों श्रद्धालु शिप्रा स्नान कर चुके थे। अमावस्या के चलते वैसे तो कल शाम से ही पंचक्रोशी यात्रियों के साथ-साथ बाहर से स्नान हेतु श्रद्धालुओं ने निजी बसों के जरिये शहर आना शुरु कर दिया था। आज सुबह से भी बड़ी संख्या में बसों में भरकर श्रद्धालु शहर पहुँच रहे हैं। स्नान के बाद कई श्रद्धालुओं बसों और ट्रेनों में बैठकर घर रवाना होना भी शुरु कर दिया था। इधर पंचक्रोशी यात्रा से लौटे यात्रियों के कारण नगर प्रवेश मार्ग पर भारी भीड़ जमा थी और पुलिस ने बैरिकेटिंग कर यात्रियों को आने जाने के लिए वाहनों को रोकना शुरू कर दिया था।
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