भोपाल. मध्य प्रदेश (MP) की अमरवाड़ा (Amarwara ) विधानसभा में आज यानी 10 जुलाई को उपचुनाव (by-election) है. यहां बीजेपी (BJP) के कमलेश शाह (Kamlesh Shah) और कांग्रेस के धीरनशा इनवाती (Dheeransha Inwati) आमने सामने हैं. छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा विधानसभा का ये चुनाव खास है. दरअसल, यह चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) और पूर्व सांसद नकुल नाथ (Nakul Nath) का राजनीतिक भविष्य तय करेगा. यहां कांग्रेस से ज्यादा नाथ परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने यहां एक छत्र राज किया है. इस लोकसभा चुनाव के पहले तक उनके गढ़ में कोई सेंध नहीं लगा सका था. साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लहर के बावजूद छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के पास थी. लोकसभा के अलावा सारी इस जिले की सारी विधानसभा सीटें भी कांग्रेस के पास ही थीं.
बता दें, यह सीट तब भी कांग्रेस के पास ही थी जब साल 1977 में पूरे देश में पू्र्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ लहर थी. आजादी के बाद से इस सीट पर कांग्रे का ही कब्जा रहा है. नाथ परिवार ने इस सीट पर 40 सालों से ज्यादा तक राज किया. इस अमरवाड़ा उपचुनाव में भी कमलनाथ जीत दर्ज कर अपना वर्चस्व साबित करना चाहते हैं. कमलनाथ की प्रतिष्ठा के सवाल पर कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने कहा कि हर चुनाव में अलग परिस्थितियां होती हैं. किसी एक चुनाव का परिणाम कमलनाथ का राजनीतिक भविष्य तय नहीं कर सकता. कमलनाथ राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं. लोकसभा चुनाव के बाद पूरे देश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना हुआ है. अमरवाड़ा में भी कांग्रेस जीत दर्ज करेगी.
एमपी से खत्म हो जाएगा कमलनाथ का राजनीतिक भविष्य-बीजेपी
वहीं, भाजपा प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि छिंदवाड़ा की जनता से कमलनाथ का मोह भंग हो गया है. यही कारण है कि कमलनाथ और नकुलनाथ कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में नहीं पहुंचे. उन्होंने प्रचार में भी की केवल रस्म अदायगी की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अमरवाड़ा में हार का ठीकरा कमलनाथ पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इस चुनाव के बाद कमलनाथ का मध्य प्रदेश से राजनीतिक भविष्य खत्म हो जाएगा.
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