कांग्रेस की अमरवाड़ा सीट बनी चुनौती,नाथ के नहीं रहने से पूरा भार पटवारी के कंधों पर
इंदौर। संजीव मालवीय
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में फेल होने के बाद अब जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) के सामने एक और परीक्षा आ गई है। वह है अमरवाड़ा (Amarwada) में होने वाला उपचुनाव (By-elections), जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी को जिताना पटवारी के लिए चुनौती बना हुआ है। नाथ के खुले रूप से मैदान में नहीं आने से पिछले तीन दिनों से पटवारी ने अमरवाड़ा में ही डेरा डाल रखा है। सबकी निगाहें अमरवाड़ा सीट पर हैं और पटवारी इस अग्नि परीक्षा में फेल हो जाते हंै तो उनके विरोधियों को उनकी खिलाफत का एक और मौका मिल जाएगा।
नाथ की दूरी या मजबूरी
अपने पुत्र नकुलनाथ की सीट गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अभी तक छिंदवाड़ा में नजर नहीं आए हैं। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वे विदेश में हैं। उनके साथ उनके पुत्र भी हैं। नाथ जानबूझकर चुनाव से दूर हैं या फिर कोई और मजबूरी के कारण वे यहां प्रचार नहीं कर रहे हैं, यह तो वे स्वयं ही बता सकते हैं। उनके नजदीकियों का कहना है कि वे 2 जुलाई को छिंदवाड़ा आएंगे।
10 जुलाई को है मतदान
प्रचार खत्म होने में मात्र 12 दिन और मतदान के 14 दिन शेष बचे हंै। 10 जुलाई को अमरवाड़ा में मतदान होना है और 13 जुलाई को मतगणना। यानी 13 जुलार्ईका दिन काफी अहम रहेगा। इसी बीच पटवारी किसी बड़े नेता की सभा को लेकर प्लान बना रहे हैं, लेकिन नाथ से जब तक बातचीत नहीं हो जाती, तब तक कोई बड़ा नेता भी यहां आने की गलती नहीं करेगा, क्योंकि मध्यप्रदेश और विशेषकर छिंदवाड़ा के मामले में दिल्ली में अभी भी नाथ की ही रजामंदी चलती है।
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