इंदौर। सितम्बर में हुई अच्छी बारिश (Good Rain) से जहां राहत मिली, वहीं बारिश का कोटा भी पूरा हो गया। हालांकि अभी भी रूक-रूककर बारिश का सिलसिला बना हुआ है और 10 से 15 अक्टूबर तक बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है। इंदौर जिले के सभी प्रमुख तालाब तो भर ही गए, वहीं एक और अच्छी खबर यह है कि प्रदेश के जो बड़े 39 बांध हैं, उनमें से 22 बांधों में औसत से अधिक पानी भर गया है, जिसके चलते सिंचाई से लेकर बिजली निर्माण में भी परेशानी नहीं आएगी और जलसंकट तो वैसे ही दूर हो गया है।
इंदौर में 34-35 इंच औसत बारिश का कोटा किश्तों में पूरा हो गया। बल्कि पूर्वी क्षेत्र में तो 45 इंच से अधिक पानी बरस चुका है और अभी भी बारिश बीच-बीच में हो रही है। यशवंत सागर, बिलावली, पिपल्याहाना, पिपल्यापाला, लिम्बोदी, सिरपुर सहित सभी जिले के तालाब लबालब हो गए हैं। यशवंत सागर तो तीन मर्तबा ओवर फ्लो भी हो चुका है। वहीं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के मुताबिक उनके विभाग के अधीन जो 39 बांध आते हैं उनमें से 22 बांधों में औसत से ज्यादा जलभराव हो गया है। इससे किसानों को पर्याप्त सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और बिजली संयंत्रों में भी भरपूर उत्पादन होगा। जबलपुर के बरगी, रतलाम के धोलावड़, गांधी सागर, केरवा, मनीखेड़ा, पेंच, राजघाट, हलाली, संजय सागर, तवा, पगारा बांध, झाबुआ के माही, रतलाम के धोलावड़ सहित 22 बांध ऐसे हैं जिनमें क्षमता के मुताबिक लबालब पानी भर गया है। शेष बांधों में भी 80 से लेकर 90 प्रतिशत तक पानी आ गया है। लिहाजा इन बांधों और जलाशयों से सिंचाई के साथ-साथ जलभराव की स्थिति में भी सुधार हुआ है। श्री सिलावट ने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप समय पर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाए।
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