उज्जैन। शहर में तीन साल से भूमिगत सीवरेज लाईन डाल रही टाटा कंपनी ने कृषि उपज मंडी प्रांगण की सड़कें भी खराब कर दी है। मंडी में खुदाई के बाद टाटा ने वहाँ भी सड़कें नहीं बनाई है। इधर मंडी में अभी गेहूँ खरीदी-बिक्री का सीजन चल रहा है। सड़कें खराब होने से किसानों को परेशानी आ रही है। शहर के कई मार्गों को भी टाटा ने खराब कर दिया हैऔर वे गुजरने लायक नहीं रह गए हैं। 402 करोड़ के सीवरेज प्रोजेक्ट पर काम कर रही टाटा कंपनी अभी पिछले 6 माह से शहर की मुख्य सड़कों पर मेन लाईन डालने का काम कर रही है। आगर रोड पर चामुण्डा चौराहा से आगे चरक अस्पताल तक टाटा ने लगभग 6 महीने पहले सड़क की खुदाई की थी और काम शुरु किया था। इसके लिए चरक के सामने सड़क के दूसरे भाग पर खुदाई की गई थी। इस कारण सख्याराजे भवन के सामने का मार्ग तभी से आवागमन के लिए रोक दिया गया था। यह रास्ता अभी भी पूरी तरह से खुल नहीं पाया है।
इधर इंदौर रोड पर भी टाटा ने फोरलेन के एक भाग को खोदकर लाईन डालने का काम शुरु किया है। इस कारण भी मार्ग पर आवागमन के लिए फोरलेन का एक भाग ही उपयोग में आ रहा है। देवास रोड पर टाटा कंपनी लाईन डाल चुकी है लेकिन यहाँ वापस बनाई गई सड़कें ठीक से नहीं बनाई गई है। पुरानी सड़क की सतह और नई बनाई गई सड़क की सतह ऊँची-नीची है। चेम्बरों की ऊँचाई भी सड़कों के मुताबिक नहीं रखी गई है। इस कारण तीन बत्ती चौराहा से लेकर नागझिरी तक देवास रोड पर आवागमन खतरे से भरा हो गया है। यहाँ खराब सड़कों के कारण कई दुर्घटनाएँ हुई है और लोगों की जान भी गई है। इसके बाद अब टाटा कंपनी ने कृषि उपज मंडी प्रांगण में भी मेन लाईन डालने के लिए कुछ महीने पहले खुदाई की थी। यहाँ फल मंडी से होकर मंडी कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग को खोदने के बाद टाटा ने व्यवस्थित रूप से नहीं बनाया है। इस कारण सीजन में बड़ी संख्या में आ रहे किसानों को परेशानी हो रही है। उखड़ी हुई सड़कों के कारण मंडी में पूरे दिन धूल उड़ रही है। मंडी प्रशासन भी टाटा कंपनी के धीमी गति से किए जा रहे कार्य पर आपत्ति नहीं ले रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved