इन्दौर (Indore)। विश्व धरोहर सप्ताह के अंतर्गत आज अंतिम दिन सुबह पुरातत्व विभाग ने लालबाग में हेरिटेज वॉक का आयोजन किया, जिसमें कुछ चुनिंदा छात्रों के साथ ही यहां आने वाले मॉर्निंग वॉकर्स शामिल हुए। पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय मप्र के उपसंचालक ने इन्हें लालबाग के इतिहास के साथ कुछ अनछुए पहलूओं की जानकारी दी। उन्होंने फिलहाल लालबाग में चल रहे कामों से भी वॉक में शामिल लोगों को रूबरू करवाया।
विभाग के उपसंचालक प्रकाश परांजपे ने हेरिटज वॉक में शामिल होने आए लालबाग पैलेस के साथ ही लालबाग परिसर का भी भ्रमण कराया और पैलेस के विशिष्ठ आर्किटेक्चर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपने आर्किटेक्चर के कारण ही लालबाग पैलेस देश के अन्य पैलेस से अलग है। ये शहर की सौ साल भी अधिक पुरानी धरोहर है, जो होलकर राजवंश के राजाओं का निवास स्थल हुआ करती थी। अब इसे राज्य शासन का पुरातत्व विभाग देखता है और इसे संवारने का काम भी कर रहा है। रोमन शैली में बने इस महल की सजावट पेरिस के राजमहलों की तरह की गई थी। अब इसके जीर्णोद्धार के साथ ही यहां मौजूद तमाम एंटीक सामानों का संरक्षण किया जा रहा है।
कई ऐसे जिन्होंने पहली बार अंदर से देखा लालबाग
आज इस हेरिटेज वॉक में शामिल हुए कई लोग ऐसे थे, जो यहां रोज वॉक करने के लिए आते हैं, लेकिन कभी अंदर से लालबाग को नहीं देखा था। ऐसे में उन्होंने बेहद रूचि के साथ लालबाग की तमाम जानकारी ली। और विभाग से ये आग्रह भी किया कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए, ताकि शहर की इस विरासत से लोग जुड़े रहे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved