इन्दौर। कोरोना (corona) से जंग के बीच अब औद्योगिक विकास (industrial development) को भी गति दी जा रही है। इंदौर, उज्जैन (Indore, Ujjain) से लेकर रतलाम (Ratlam) के क्षेत्र में तेजी से नए उद्योग विकसित (industrial development) किए जा रहे हैं। अभी पीथमपुर (Pithampur) में ही मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (Madhya Pradesh Industrial Development Corporation) द्वारा 956 हैक्टेयर यानी 2400 एकड़ का मल्टी प्रोडक्ट झोन विकसित (Multi Product Zone Developed) किया जा रहा है, जिसमें निजी जमीन मालिकों को 20 प्रतिशत नकद मुआवजा (Compensation) और 80 फीसदी विकसित जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। 425 छोटे-बड़े मध्यम आकार के उद्योगों को बड़े-बड़े भूखंड आवंटित (Plot Allocated) किए जाएंगे और 10 से 12 करोड़ का निवेश संभावित है, जिसके चलते 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार (employment) भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने एक हजार से अधिक के आधा दर्जन उद्योगों की शुरुआत भी कल की। इंदौर, उज्जैन और देवास रोड पर ये नए उद्योग (Industry) आ रहे हैं, जिसमें एक होजयरी कारखाना तमिलनाडु (Hosiery Factory Tamil Nadu) का भी बन रहा है, जिसका भूमिपूजन कल किया गया। लगभग 100 करोड़ का निवेश इसमें किया जा रहा है और 4 हजार को रोजगार मिलेगा। 30 एकड़ जमीन कम्पनी को आबंटित की जा रही है और दूसरी यूनिट भी कम्पनी जल्द ही शुरू करेगी। इसी तरह प्रतिभा सिन्टेक्स (Pratibha Syntex) की भी रेडिमेड इकाई का भी भूमिपूजन जल्द होने वाला है, उस पर 100 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा अमूल डेयरी प्लांट 175 करोड़, सांई मशीन, श्री निवास फार्मा, मेगा फाइबर्स और कर्नाटका एंटी बायोटिक्स (Sai Machine, Shree Niwas Pharma, Mega Fibers and Karnataka Anti Biotics) के साथ-साथ ग्यूसिक फार्मा द्वारा भी बड़ा निवेश किया जा रहा है। लगभग एक हजार करोड़ रुपए से अधिक के आधा दर्जन ये नए उद्योग जल्द ही आएंगे। मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (Madhya Pradesh Industrial Development Corporation) इंदौर क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक रोहन सक्सेना के मुताबिक पीथमपुर (Pithampur) में भी मल्टी प्रोडक्ट झोन (Multi Product Zone Developed) तैयार किया जा रहा है। लैंड पुलिंग एक्ट (Land Pulling Act) के तहत 956 हैक्टेयर यानी 2400 एकड़ निजी जमीनें (Private Lands) ली जा रही है। इसमें ट्वेंटी प्लस एटी का फार्मूला रखा गया है, जिसमें 20 प्रतिशत जमीन मालिकों को दी जाएघी और शेष मुआवजे के रूप में मिलेगी। 20 बड़े, 100 मध्यम और 300 छोटे। इस तरह कुल 425 उद्योग यहां पर आ सकेंगे। ये स्मार्ट टाउनशिप के पीथमपुर (Pithampur) के सेक्टर सेवन में विकसित की जा रही है। इसमें इंडस्ट्रीयल, रेसीडेंशियल, कमर्शियल (Industrial,Residential,Commercial) के साथ-साथ ग्रीन झोन और स्कूल, अस्पताल, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, बिजली सब स्टेशन, वेयर हाउस, पार्किंग (Green Zone,School,Hospital,Solid Waste Management,Electricity Sub Station,Warehouse,Parking) सहित तमाम सुविधाएं मौजूद रहेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने कुछ किसानों को 20 फीसदी नकद राशि के चेक भी सौंपे थे। इंदौर (Indore) के नजदीक होने के कारण सडक़, रेल, हवाई यातायात भी सुगम है। ये जो 2400 एकड़ जमीन ली जा रही है वह सलमपुर, रणमल बिल्लौद, काली बिल्लौद, अम्बापुरा, किशनपुरा, बजरंगपुरा और बेटमाखुर्द (Salampur, Ranmal Billaud, Kali Billaud, Ambapura, Kishanpura, Bajrangpura and Betmakhurd) में मौजूद है।
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