अल्मोड़ा। उत्तराखंड (Uttarakhand) के अल्मोड़ा जिले (Almora district) में सोमवार सुबह हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। ओवरलोड बस (Overloaded bus) के गहरी खाई में गिर जाने से 36 यात्रियों की मौत हो गई तो 19 घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) समेत देशभर के नेताओं ने शोक जाहिर किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) दिल्ली में अपना कार्यक्रम रद्द करके घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। उन्होंने पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान करने के साथ ही मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं। फौरी तौर पर पौड़ी और रामनगर के एआरटीओ को निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि बस गढ़वाल क्षेत्र के पौड़ी से कुमाऊं में रामनगर जा रही थी। गढ़वाल मोटर ओनर एसोसिएशन की ओर से संचालित बस सुबह करीब 8 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुई। रातभर सफर करके यात्री यहां तक पहुंचे थे। रामनगर से सिर्फ 35 किलोमीटर पहले ही 43 सीट वाली बस अल्मोड़ा के मरचूला क्षेत्र में 650 फीट गहरी खाई में गिर गई। घटना क्यों और कैसे हुए यह जांच का विषय है। लेकिन शुरुआती वजह ओवरलोडिंग को माना जा रहा है। बस में 43 यात्रियों के लिए जगह थी लेकिन इसमें 55 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि एक संकरे मोड़ के पास चालक बस को नियंत्रित नहीं कर सका और यह खाई में गिर गई।
करीब 650 फीट नीचे गिरी बस
मौके से आई तस्वीरें हादसे की भयावहता को दर्शाते हैं। बस जंगल से घिरे इलाके में चट्टानी ढलान से लुढ़कते हुए 200 मीटर तक लुढ़की और नाले के ठीक ऊपर अटक गई। इन तस्वीरों में बचावकर्मी यात्रियों को बस से बाहर निकालने का प्रयास करते दिख रहे हैं। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने बताया कि पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) के कर्मी तलाश और बचाव अभियान शुरू करने के लिए सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे।
बचावकर्मियों ने मौके से जिन लोगों को निकाला उनमें से 36 ने दम तोड़ दिया। कई लोगों की मौत मौके पर हो गई थी तो कुछ ने अस्पताल जाने के क्रम में दम तोड़ दिया। 15 घायलों को रामनगर उपजिला अस्पातल में भर्ती किया गया है। तीन गंभीर घायलों को एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट किया गया है। एक घायल को हल्द्वानीी के एसटीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राज्य और केंद्र सरकार ने आर्थिक सहायता का किया ऐलान
अल्मोड़ा हादसे के पीड़ितों के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने जहां मृतकों के परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है तो घायलों को 1-1 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से प्रधानमंत्रा आपदा राहत कोष से मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए सहायता देने की घोषणा की गई है।
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