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    गमला चुराने से लेकर सांप्रदायिकता फैलाने तक के लगे आरोप, अब ‘कोबरा कांड’ में नाम… कब-कब विवादों में रहे एल्विश यादव

  • November 04, 2023

    नई दिल्‍ली (New Dehli)। यह पहली बार नहीं हो रहा है, जब एल्विश यादव (Elvish Yadav)का नाम किसी कंट्रोवर्सी (Controversy)में सामने आया है. इससे पहले भी उन पर गमला चुराने (stealing a flower pot)से लेकर सांप्रदायिकता फैलाने (spreading communalism)तक के आरोप लग चुके हैं. आइए आपको बताते हैं कि एल्विश यादव कब-कब विवादों में रहे.

    यूट्यूबर एल्विश यादव का नाम एक बार फिर विवादों में है. विवाद भी ऐसा, जिसमें बात यूट्यूबर की गिरफ्तारी तक पहुंच गई है. मामला जहरीलों सांपों के जहर की अवैध सप्लाई से जुड़ा हुआ है, जिसका इस्तेमाल रेव पार्टी में नशे के लिए किया जाता है.

    यह अपने आप में अनोखा मामला है, लेकिन यह पहली बार नहीं है, जब एल्विश यादव विवादों में आए हैं. इससे पहले भी एल्विश का नाम कई बार विवादों में आ चुका है, फिर चाहे वह गमला चुराने वाला केस हो या फिर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप हो. बता दें कि एल्विश पर कई बार सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप लग चुके हैं.


    क्या है गमला चोरी का किस्सा?

    गुरुग्राम में जी-20 की सजावट के लिए रखे गए गमलों को चोरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. हरियाणा पुलिस ने इस मामले में मनमोहन यादव नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. लेकिन लोगों ने फोटो और वीडियो शेयर करते हुए दावा किया था कि जिस कार से गमले चोरी किए गए वह एल्विश यादव की थी, या एल्विश उसे इस्तेमाल करते थे. कई यूजर्स ने यह भी कहा था कि एल्विस के तिजारा वाले मीट के वीडियो और गमले चोर के वीडियो की गाड़ियों के नंबर मिलाने पर सब कुछ क्लियर समझ में आ जाएगा. हालांकि, एल्विश ने बाद में सफाई जारी करते हुए कहा था कि गमला चोरी से उनका कोई कनेक्शन नहीं है.

    कैसे हुआ ‘कोबरा कांड’ का खुलासा

    जानवरों की भलाई के लिए काम करने वाले एनजीओ पीपल्स फॉर एनिमल (PFF) की एक टीम काफी दिनों से इस रहस्य के खुलासे की कोशिश में लगी हुई थी. असल में एनजीओ से जुडे लोगों को लंबे वक्त ये खबर मिल रही थी कि दिल्ली एनसीआर में कुछ ऐसी रेव पार्टीज का भी आयोजन होता है, जिसमें अमीरजादे नशे के लिए सांपों के जहर तक का इस्तेमाल करते हैं. ये अपने-आप में जितनी खतरनाक बात थी, उतनी ही चौंकाने वाली. लेकिन इससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये थी कि PFF के इनफॉर्मर लगातार ये बता रहे थे कि ऐसी रेव पार्टी के पीछे सोशल मीडिया का एक ऐसा मशहूर चेहरा है, जिसके फॉलोअर्स लाखों में हैं. लेकिन इसके बावजूद वो ना सिर्फ जानवरों की तस्करी के इस रैकेट से बल्कि जहर वाली रेव पार्टी के नेक्सस से भी जुड़ा हुआ है.

    खुलासे सुनकर PFA की टीम भी हैरान

    मामला बेहद संगीन था. इसलिए PFF ने किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस मामले से जुडे सबूत जुटाने का फैसला किया. इसी कड़ी में प्लान किया गया एक स्टिंग ऑपरेशन, जिसके जाल में फंसे एक एजेंट ने ऐसे-ऐसे खुलासे किए कि सुन कर PFA की टीम हैरान रह गई. इस एजेंट ने खुद को ना सिर्फ मशहूर यू-ट्यूबर एल्विश यादव का खास आदमी बताया, बल्कि एल्विश का नाम लेने भर से वो किसी भी रेव पार्टी के लिए सांप और उनके जहर की खेप के साथ हाजिर होने को भी तैयार हो गया.

    PFF वर्कर्स के बुलावे पर आ गया एजेंट

    कहानी में असली ट्विस्ट तब आया, जब छद्म तरीके से एजेंट को टैप करने की कोशिश कर रहे PFF के कार्यकर्ताओं के बुलावे पर वो एजेंट ना सिर्फ एक साथ अलग-अलग किस्म के 9 सांपों को ले आया, बल्कि 20 ML स्नैक वेनम यानी सांपों के जहर के साथ भी हाजिर हो गया. यहीं से दिल्ली-NCR में सांपों के जहर से चलने वाली रेव पार्टी के खेल का खुलासा हो गया.

    एल्विश ने सीएम योगी से लगाई गुहार

    PFA की निशानदेही पर नोएडा पुलिस ने इस एजेंट समेत कुल 5 लोगों को सांप और उनके जहर के साथ दबोच लिया. चूंकि इस सिलसिले में दर्ज कराई गई एफआईआर में मशहूर यू-ट्यूबर एल्विश यादव का नाम आ चुका है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है. इसलिए एल्विश की सांसें अटक गई हैं. एफआईआर में मुल्जिम के तौर पर एल्विश का नाम है और उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए ना सिर्फ रील्स बना कर पोस्ट की है, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी खुद को बचा लेने की गुहार लगाई है.

    पांच कोबरा और एक अजगर भी

    नोएडा पुलिस ने राहुल और उसके साथियों के पास से पुलिस ने जो सांप बरामद किए हैं, उनमें पांच कोबरा, एक घोड़ा पछाड़ यानी रैट स्नैक, एक अजगर और दो दोमुंहे सांप यानी कॉमन सैंड बोआ शामिल हैं. पुलिस ने खुद को एल्विश का खास आदमी बताने वाले राहुल को तो पकड़ लिया है, लेकिन एल्विश की तलाश अभी जारी है.

    इस्तेमाल से जा सकती है जान

    अब बात उस पहलू की, जिसके चलते ये मामला सुर्खियों में आया. सवाल ये है कि आखिर सांपों के जहर का इस्तेमाल लोग रेव पार्टी में नशे के लिए कैसे करते हैं? वो भी तब जब आम तौर पर सांपों के जहर बेहद खतरनाक होते हैं और किसी जहरीले सांप के काट लेने से महज एक से डेढ घंटे के अंदर इंसान की जान भी जा सकती है.

    इस जहर का नशा सिर्फ भारत में

    असल में नशे के आदी लोग तरह-तरह के नशों से किक लेने कोशिश करते हैं. लेकिन जैसे-जैसे नशे की आदत बढ़ती जाती है नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रग का असर भी कम होता जाता है, ऐसे में नशे का शिकार इंसान नए-नए किस्म के नशे की तलाश में रहता है. और तब वो ऐसी चीजों में भी नशा ढूंढता है, जो नशीला होने के साथ-साथ जहरीला भी हो. नशे के लिए सांपों के जहर का इस्तेमाल इसी नशाखोरी की एक कड़ी है. इंडियन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी एंड फार्माकोलॉजी की 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक सांपों के जहर से नशाखोरी के मामले अब तक सिर्फ भारत में ही देखने को मिले हैं.

    एक खेप की कीमत 25 हजार तक

    नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर रेव पार्टी में नशे के लिए कोबरा सांप के जहर का ही इस्तेमाल होता है. कोबरा पूरे भारत में बहुतयात में पाए जाते हैं और सपेरे इन्हें आसानी से पकड़ लेते हैं. पहले इनका जहर निकालकर उन्हें सूखा कर पाउडर बना लिया जाता है और फिर उसे शराब या ऐसे ही दूसरे ड्रिंक्स में मिला कर लिया जाता है. कोबरा के जहर से बनी नशे की एक खेप की कीमत करीब 20 से 25 हजार रुपये की होती है. कोबरा के आधे लीटर जहर की कीमत लाखों में होती है और इसके जहर से किया जाने वाला नशा कई दिनों तक रहता है.

    लैविश लाइफ के लिए फेमस हैं एल्विश

    एल्विश यादव अपने यूट्यूब चैनल्स की बदौलत पहले ही सुर्खियों में थे. लेकिन बिग बॉस ओटीटी-2 में जीत हासिल करने के बाद तो मानों उनकी निकल पड़ी. फिलहाल एल्विश भले विवादों में घिरे हों, लेकिन वो अपनी अमीरी और लैविश लाइफ स्टाइल के लिए भी जाने जाते हैं. महज 26 साल की उम्र में एल्विश ने कैसे कमाई करोड़ों की दौलत?.

    यूट्यूब की बदौलत कमाई शोहरत

    असल में एल्विश यादव फेमस यूट्यूबर हैं, एल्विश यादव शॉर्ट फिल्में बनाते हैं. यूट्यूब की बदौलत ही एल्विश शोहरत के आसमान पर हैं.
    एल्विश ने साल 2016 से यूट्यूब चैनल की शुरूआत की थी. एल्विश के पास दो चैनल हैं, ‘एल्विश यादव व्लॉग्स’ और ‘एल्विश यादव’. एल्विश के दोनों चैनलों पर 4.7 मिलियन और 10 मिलियन सब्सक्राइबर हैं. एक चैनल पर वह रोस्ट वीडियोज बनाते हैं. दूसरे चैनल पर डे-टूडे लाइफ की डिटेल्स फैंस के साथ शेयर करते हैं.

    हंसराज कॉलेज से किया है बीकॉम

    इसी साल अगस्त में एल्विश यादव बिग बॉस ओटीटी के विजेता बने और सुर्खियों में छा गए थे. 25 साल के यूट्यूबर एल्विश यादव गुरुग्राम के पास, वजीराबाद गांव के रहने वाले हैं. वजीराबाद गांव में उनका परिवार रहता है. वह गुरुग्राम में अपने दोस्तों के साथ फ्लैट पर रहते हैं. एल्विश फाउंडेशन भी चलाते हैं. इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक एल्विश ‘सिस्टम क्लोदिंग’ के संस्थापक हैं. एल्विश ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से बीकॉम में ग्रेजुएशन किया है.

    कई बेशकीमती प्रॉपर्टी के मालिक

    दरअसल एल्विश को उनकी लग्जरी लाइफ के लिए भी अलग से पहचान मिली हुई है. एल्विश को महंगी-महंगी गाड़ियों का बेहद शौक है. इस यूट्यूबर के पास लग्जरी पोर्श गाड़ी है, जिसकी कीमत 1.75 करोड़ रुपये है. बताया जाता है कि एल्विश के पास गुरुग्राम में कई फ्लैट हैं. वजीराबाद में 4 मंजिला मकान है. इसके अलावा वह एक नया घर बनवा रहे हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है. आए दिन अपने चैनल पर एल्विश अपने नए घर की झलक शेयर करते रहते हैं. एल्विश ने कई बार अपने वीडियो में बताया है कि उनके नए घर में पिछले कई सालों से काम चल रहा है. इससे तैयार होने में करीब एक साल का समय और लगेगा.

    विवादों में कई बार सामने आया नाम

    इन सबके बावजूद एल्विश का जिक्र सुर्खियों में अक्सर किसी न किसी विवाद की वजह से ज्यादा रहता है. बिग बॉस का खिताब जीतने के बाद जब एल्विश ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा किया था उसकी चर्चा कई दिनों तक सुर्खियों में होती रही थी. अब सवाल यही उठ रहा है कि क्या एल्विश को उनकी इस करतूत के खुलासे के बाद भी गिरफ्तार किया जाएगा या यहां भी उनका नाम और उनकी शोहरत उन्हें कानून के शिकंजे से बचाकर उनके बेहद खास होने का सबूत देगी.

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