नई दिल्ली: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर अशोक गहलोत सरकार को घेरा. सचिन पायलट ने कहा कि करप्शन पर कार्रवाई और जांच की मांग करना और करप्शन का विरोध करना कांग्रेस पार्टी विरोधी कैसे हो गया? 25 सितंबर को जो घटना हुई थी, वह सभी ने देखा. किसी ने छिपा नहीं है. वो पार्टी विरोधी गतिविधि थी. उससे पार्टी को क्षति तक पहुंची.
सचिन पायलट ने कहा कि यही नहीं सोनिया गांधी के आदेशों की अवहेलना की गई थी. खुलेआम चुनौती दी गई थी. वह सब काम जो हुआ, वह सबके सामने है. उस पर कार्रवाई नहीं हुई, क्यों नहीं हुई, क्या कारण रहे उस मामले में पार्टी ने शो कॉज नोटिस जारी किया क्या? जवाब आए नहीं आए सवाल तो यह उठता है न कि जो एंटी पार्टी गतिविधि हो रही है, वह जोरों से हो रही है.
सचिन पायलट ने कहा कि उस समय सोनिया गांधी के आदेशों की अवहेलना की गई. मल्लिकार्जुन खरगे, अजय माकन की जो बेज्जती हुई, उस पर क्या कार्रवाई होगी? हालांकि इसका जवाब मेरे पास नहीं है. यह एआईसीसी के पास है. वहीं पेपर लीक पर भी बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हाल ही में जो आरपीएससी का सदस्य पकड़ आया है, उसकी नियुक्ति कैसे हुई? कहां तक तार जुड़े हैं, इसकी भी जांच होना चाहिए.
पटवारी पर कार्रवाई के लिए वोट नहीं मांगा गया था- सचिन पायलट
सचिन पालयट ने कहा कि हमने पटवारी पर कार्रवाई करने के लिए वोट नहीं मांगे थे. पब्लिक परसेप्शन बहुत जरूरी है. यह परसेप्शन नहीं बने कि अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे मिले हुए हैं. कमलनाथ और वेणुगोपाल के सामने मैंने अपनी बात रखी. मैंने सुझाव दिया कि कैसे राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बन सकती है. हम बीजेपी को यहां से भगाने की ताकत रखते हैं. हमारे कई विधायकों और मंत्रियों पर आरोप लगे हैं. इस पर भी सुखजिंदर सिंह रंधावा को रिपोर्ट बनाकर भेजनी चाहिए.
करप्शन पर कार्रवाई करे गहलोत सरकार- सचिन पायलट
सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब राजस्थान में हमारी सरकार बनी तो कहा जा रहा था कि वसुंधरा राजे की सरकार में जो करप्शन हुए, उसको सामने लाएंगे, लेकिन हमने क्या किया? जनता ने इसीलिए तो हमको वोट दिया था. अब चुनाव सिर पर है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. मैं फिर से कहना चाहता हूं कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो इसका मैसेज काफी गलत जाएगा.
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