अलीगढ़। भारतीय राजनीति के पुरोधा कहे जाने वाले यूपी (UP) के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Ex CM Kalyan Singh) की पार्थिव देह को उनकी कर्मभूमि अलीगढ़ से जन्मभूमि उनके पैतृक गांव अतरौली (Atrauli) लाया गया । गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)के साथ ही मय प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) उनके अंतिम दर्शन के लिए अतरौली पहुंचे श्रद्धांजलि दी (Paid tribute) ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूद्गी में अमित शाह व शिवराज सिह चौहान समेत तामम दिग्गजों ने स्वर्गीय कल्याण सिह को वहां पर श्रद्धांजलि दी है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आज मैं यहां कल्याण सिह जी के अंतिम दर्शन के लिए आया हूं। भाजपा ने दिग्गज और हमेषा संघर्षरत रहने वाला नेता खोया है। उनका जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। देशभर में दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपना एक अच्छा नेता गंवाया है। राम मंदिर आंदोलन में कल्याण सिह जी बड़े नेता रहे। आंदोलन के लिए सत्ता त्याग करने के लिए तनिक भी नहीं सोचा। जब राम मंदिर का शिलान्यास हुआ उसी दिन मेरी बाबू जी से बात हुई थी। बड़े हर्ष और संतोष के साथ बताते थे कि मेरा सपना पूरा हुआ। उनका पूरा जीवन उत्तर प्रदेश के गरीब, पिछड़ों के लिए समपित रहा। यूपी को देश का सबसे अच्छा प्रदेश बनाने के लिए वह सदैव कार्यरत रहे। बाबू जी लंबे समय से सक्रिय राजनीति में न रहते हुए भी अपनी पूरी भूमिका रखते थे। युवा भी बाबू को आदर्श मानते है। वह हमेशा भाजपा के प्रेणा श्रोत रहेंगे।”पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि देने पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह को देख कल्याण सिह के बेटे फफक कर रो पड़े। इस दौरान शाह ने उन्हें गले से लगाकर सांत्वना दी।
कल्याण सिह के अंतिम दर्शन के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अतरौली पहुंची, 20 मिनट रुकने के बाद वापस लौटीं।
पूर्व राज्यपाल के अंतिम सफर में एक हजार से ज्यादा गाड़ियों का काफिला शामिल हुआ। अतरौली में करीब दो घंटे तक उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर नरौरा के गंगा घाट पर पहुंचेगा, जहां शाम को उनका अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले अलीगढ़ में सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर अपने बेहद लोकप्रिय नेता का अंतिम दर्शन कर रहे थे। बाबू जी की याद में हर आंख नम हो गयी थीं।
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