– वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया
नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra ) में लगातार बारिश से बिगड़ते हालातो (Situation worsening due to incessant rains) को देखते हुए राज्य सरकार के अनुरोध पर तीनों सेनाओं (three armies) ने प्रभावित जिलों (affected districts) में अपनी-अपनी बाढ़ बचाव टीमों को तैनात करके मोर्चा संभाल लिया है। नौसेना ने 09 बाढ़ बचाव दल और हेलीकॉप्टर प्रभावित इलाकों में भेजे हैं। भारतीय सेना की 14 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जुटी हैं। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों ने रत्नागिरी जिले के चिपलून और खेड़ शहरों में राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया है।
राज्य सरकार की ओर से 22 जुलाई को दोपहर करीब 1:30 बजे के करीब महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून और खेड़ शहरों में बाढ़ राहत कार्यों की आवश्यकता के लिए वायुसेना से मदद मांगी गई। मौसम अनुकूल होने पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर एमआई-17 IV ने दोपहर 3:40 बजे मुंबई से रत्नागिरी के लिए उड़ान भरी और शाम 5 बजे रत्नागिरी में उतरा। खराब मौसम और अंधेरा होने की वजह वायुसेना का राहत एवं बचाव कार्य शुरू नहीं हो पाया। रत्नागिरी में तैनात एक हेलीकॉप्टर के अलावा आज मुंबई से एक और हेलीकॉप्टर भेजा गया। दोनों हेलीकॉप्टरों ने शुक्रवार को रत्नागिरी जिले के चिपलून और खेड़ शहरों में राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
वायुसेना के परिवहन विमान से लगभग एक टन भार के साथ 10 कर्मियों की एक एनडीआरएफ टीम भी आज रत्नागिरी के लिए रवाना की गई है। रत्नागिरी से एक हेलीकॉप्टर ने आज सुबह 11:35 बजे हवाई उड़ान भरी और बाढ़ प्रभावित इलाकों की टोह लेने के बाद रत्नागिरी में वापस उतरने से पहले दो लोगों को बचाया। बाढ़ राहत कार्यों के लिए दो एमआई-17V5s और दो एमआई-17s हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किये जाने की तैयारी है। एक अन्य हेलीकॉप्टर को किसी भी आकस्मिक आवश्यकता के लिए पुणे में तैयार रखा गया है।
भारतीय सेना ने भी बाढ़ प्रभावित रत्नागिरी में बाढ़ राहत कॉलम भेजी है। बचाव, राहत और चिकित्सा में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए औंध सैन्य स्टेशन और पुणे के इंजीनियर टास्क फोर्स, बीईजी केंद्र से सैनिकों सहित 14 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जुटी हैं। इसके अलावा भारतीय सेना ने कोल्हापुर और सांगली जिलों के लिए बाढ़ राहत कॉलम भेजी है। बाढ़ राहत कार्य बल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे स्थानीय लोगों को निकालने और चिकित्सा सहायता प्रदान करने में मदद कर रहे हैं।
नौसेना प्रवक्ता के अनुसार प्रतिकूल मौसम और प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक बाढ़ के बावजूद सात नौसैनिक बचाव दलों को मुंबई से रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में तैनाती के लिए सड़क मार्ग से रवाना किया गया है। रायगढ़ जिले में फंसे कर्मियों को एयरलिफ्ट भी किया जा रहा है। मुंबई तट पर तैनात जलपोत आईएनएस शिकारा से एक सीकिंग 42सी हेलो शुक्रवार को सुबह के समय पोलादपुर/रायगढ़ में बचाव के लिए भेजा गया है। नौसेना के बाढ़ बचाव दल जेमिनी रबर बोट, लाउड हैलर, प्राथमिक चिकित्सा किट, लाइफ जैकेट और लाइफ बॉय से लैस हैं। इन बचाव दलों में नौसेना के विशेषज्ञ गोताखोर भी विशेष उपकरणों के साथ भेजे गए हैं। जरूरत पड़ने पर तत्काल तैनाती के लिए अतिरिक्त बाढ़ बचाव दलों को मुंबई में उच्च स्तर की तत्परता के साथ अलर्ट पर रखा गया है। (एजेंसी, हि.स.)
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