नई दिल्ली: ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए रत्न पहनने की सलाह दी जाती है. रत्नों से बनी अंगूठी को निर्धारित अवधि के लिए ही पहना जाता है. ऐसे इसलिए क्योंकि ग्रहों के परिवर्तन से रत्नों का अशुभ प्रभाव भी हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र में एक ऐसी अंगूठी के बारे में बताया गया है, जिसे हमेशा धारण किया जा सकता है. ये अंगूठी जीवन भर लाभ ही लाभ देती है.
पंचधातु अंगूठी का महत्व (Importance of Panchdhatu Ring)
ज्योतिष शास्त्र में पंचधातु को विशेष महत्व दिया जाता है. पंचधातु में सोना, चांदी, तांबा, जस्ता और शीशा शामिल होता है. इन धातुओं से बनी अंगूठी व्यक्ति के जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है. पंचधातु की अंगूठी धारण करने से जीवन की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.
साथ ही विचारों में सकारात्मकता आती है. इसके अलावा आत्मविश्वास भी मजबूत होता है. इतना ही नहीं दूसरों के प्रति ईर्ष्या का भाव भी खत्म होता है. पंचधातु की अंगूठी लक्ष्य निर्धारण करने में भी सहायक होता है.
मिलती है मां लक्ष्मी की विशेष कृपा
पंचधातु की अंगूठी धारण करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. जो व्यक्ति इस अंगूठी को विधिवत धारण करता है, उसे जीवन में पैसों की कमी नहीं होती है.
पंचधातु की अंगूठी कैसे धारण करें? (Panchdhatu Ring Wearing Rules)
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पंचधातु की अंगूठी किसी भी उंगली में धारण किया जा सकता है. लेकिन इसे अनामिका यानि रिंग फिंगर में धारण नहीं करना चाहिए.
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