अहमदाबाद । तौकते तूफान को देखते हुए एहतियात के तौर पर तूफान पीड़ितों के लिए अहमदाबाद सोला सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में अलग से 40 बेड की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Chief Minister Vijay Rupani) ने बैठक कर किसी भी आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा और आवश्यक निर्देश दिए। चक्रवात तूफान से बचाव व राहत कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज एक बैठक की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि आज गुजरात तक तूफान पहुंचने की आशंका है। प्रशासन ने किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि मौसम विभाग ने स्पष्ट पूर्वानुमान दिया है कि आज शाम 8 बजे के बाद कभी भी तूफान गुजरात में दस्तक देगा। सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। भारी बारिश और हवाओं के चलते तट के किनारे मिट्टी के घरों में रहने वाले लोगों को निकालने के आदेश जारी किए गए हैं और इस पर तेजी से काम चल रहा है।
अहमदाबाद जिले में चक्रवात तौकते के प्रभाव का कोई बड़ा खतरा नहीं है। लेकिन एहतियात के तौर पर किसी भी आपातकालीन संकट से निपटने के लिए अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में पूरी व्यवस्था कर ली गई है। जिला कलेक्टर संदीप सागले के सुझाव पर अहमदाबाद सोला सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पिना सोनी ने ट्रॉमा सेंटर में दो अलग-अलग वार्ड बनाए हैं। जिसमें 40 बेड की व्यवस्था की गई है। इस आपातकालीन उपचार केंद्र पर पीड़ितों के उपचार की सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है।
अहमदाबाद की अस्पताल एंड नर्सिंग होम एसोसिएशन ने भी शहर और आसपास के पांच सौ से ज्यादा अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों को बिजली गुल होने पर जनरेटर और डीजल सहित तीन दिन तक की व्यवस्था के साथ तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अग्नि सुरक्षा उपकरण और पर्याप्त मात्रा में दवाओं की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि चक्रवात तूफान के प्रभाव से 150 से 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हवा चलने से तटीय इलाकों में खतरा बना हुआ है।