इंदौर। संविधान निर्माता बाबा साहेब की जयंती पर आज महू में राजनीतिक दलों के प्रमुखों का जमावड़ा लगा हुआ है। आज सुबह सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ स्मारक स्थल पर पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बाबा साहेब की 132वीं जयंती पर महू स्थित उनकी जन्मस्थली पर सुबह से ही उनके अनुयायियों द्वारा दर्शन और श्रद्धासुमन अर्पित करने का सिलसिला जारी है। सुबह सबसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बाबा साहेब के स्मारक स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे और उसके बाद आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष तथा सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल भी कार्यकर्ताओं के साथ बाबा साहेब की प्रतिमा के सामने सिर झुकाने पहुंची। उनके साथ इंदौर तथा आसपास के जिलों के पदाधिकारी भी थे। हर बार समय पर आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस पर लेट हो गए और पौने 11 बजे महू में बाबा साहेब के स्मारक स्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्मारक स्थल के बाहर लगी बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और बाद में अंदर जाकर अस्थि कलश के दर्शन किए। उनके साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, संगठन प्रभारी महेन्द्र जोशी, विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल भी थे। कमलनाथ यहां से सीधे आष्टा के लिए रवाना हो गए, जहां एक बड़ी सभा रखी गई है। कमलनाथ के वहां से निकलने के 20 मिनट बाद ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी जन्मस्थली पहुंचे और बाबा साहेब के चरणों में शीश नवाया। यादव के साथ बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता लाल टोपी पहने हुए थे। वे अंदर जाने लगे तो कार्यकर्ताओं को सुरक्षा कारणों से बाहर ही रोक दिया गया। आखिर में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मंत्री तुलसी सिलावट स्मारक स्थल पर पहुंचे। प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद चौहान ने अस्थि कलश के दर्शन किए और श्रद्धासुमन अर्पित किए। यहां उन्होंने स्मारक स्थल पर ही बनाई गई बौद्ध प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री चौहान राज्यपाल के साथ ही महेश्वर के लिए रवाना हो गए, जहां एक बड़ा सम्मेलन रखा गया है।
इसलिए जुटे हैं सभी राजनीतिक दल
प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। प्रदेश में 80 सीटों पर दलित वोट बैंक का प्रभाव है और इनमें सबसे ज्यादा सीटें चंबल तथा ग्वालियर संभाग में आती हैं। इंदौर तथा उज्जैन संभाग में दलित वोट बैंक सरकार बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी को लेकर इस बार भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार प्रदेश में चुनाव लडऩे की इच्छुक आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेता भी महू पहुंचे। बहुजन समाज पार्टी और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां भी अलग-अलग आयोजन करती हैं, जिसमें उनके कार्यकर्ता शामिल होते हैं।
समाजवादी पार्टी की सभा में भीड़ नहीं
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जिस हिसाब से इंदौर आए और आज महू में सभा लेने वाले थे, उस हिसाब से स्थानीय नेता भीड़ ही नहीं जुटा पाए। आजाद मैदान में होने वाली सभा में 10 हजार कार्यकर्ताओं के जुटने का दावा किया जा रहा है, लेकिन 500 से 600 कुर्सियां ही सभास्थल पर लगाई गई है। यादव के महू पहुंचने के बाद स्थानीय नेता और कार्यकर्ता कार्यकर्ताओं को आजाद मैदान की ओर ले जाते दिखे। कई कार्यकर्ता मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे जिलों से भी आए हैं।
12 बजे हेलीकॉप्टर से राज्यपाल को लेकर मुख्यमंत्री पहुंचेंगे महू
इंदौर। आज बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती देशभर में मनाई जा रही है, तो इंदौर से लेकर महू तक अनुयायियों की भीड़ भी है। सभी दलों के प्रमुख नेता बाबा साहेब की जन्मस्थली महू में आज मौजूद रहेंगे, तो राज्यपाल मंगूभाई पटेल को साथ लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान हेलीकॉप्टर से 12 बजे पहुंचेंगे। आज केन्द्र सरकार ने भी देशभर में आम्बेडकर जयंती पर अवकाश घोषित किया है, तो प्रदेश सरकार ने भी हर साल की तरह अवकाश रखा है। पूरी सरकारी मशीनरी आम्बेडकर जयंती की तैयारियों में जुटी रही। महू में बने भव्य स्मारक पर विशेष साज-सज्जा की गई है और आज बड़ी संख्या में अनुयायियों की मौजूदगी भी रही। रहने, ठहरने, खाने, शौचालय के बंदोबस्त करना पड़े। एक लाख से अधिक अनुयायियों को भोजन भी कराया जा रहा है। दोपहर 12 बजे राज्यपाल और मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से महू पहुंचकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे व 1.10 बजे महेश्वर के लिए रवाना होंगे।
एक दिन पहले ही निकली बाबा साहेब की अस्थि कलश यात्रा इस बार कम आए अनुयायी
इंदौर। हर साल बाबा साहेब की जयंती पर महू में सुबह-सुबह निकलने वाली अस्थि कलश यात्रा इस बार एक दिन पहले निकली। राष्ट्रीय गौरव यात्रा के रूप में निकाली गई अस्थि कलश यात्रा में बाबा साहेब के अनुयायाी बड़ी संख्या में शाामिल हुए। आज सुबह से बाबा साहेब के स्मारक के दर्शन करने का सिलसिला जारी है। सुबह महार रेजिमेंट के सैनिकों ने बाबा साहेब की मान वंदना की और सेल्यूट किया। हालांकि पिछले कई सालों की अपेक्षा इस बार महाराष्ट्र से आने वाले अनुयायियों की संख्या में कमी देखी गई है।
असद के एनकाउंटर पर कैलाश बोले-ये 2023 का भारत है, अब जनता सब जानती है
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आज सुबह बाबा साहेब के स्मारक पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उत्तरप्रदेश में असद के एनकाउंटर के सवाल की बारी आई तो उन्होंने कहा कि ये 2023 का नया भारत है। कौन गलत है, ये अब जनता जानती है। उन्होंने कहा कि योगीजी और उनकी सरकार यूपी में अच्छा काम कर रही है।
इधर भाजपाइयों की हुंकार… उधर बाबा साहेब की प्रतिमा पर पहुंचे शहर कांग्रेस के तीनों दावेदार
इंदौर। संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आम्बेडकर की जयंती पर आज बाबा साहेब के अनुयायियों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के नेता भी उत्साह में हैं। चूंकि यह चुनावी साल है, इसलिए कोई भी राजनीतिक दल यह मौका नहीं छोडऩा चाहता है। महू में जहां अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं तो गीता भवन चौराहा स्थित आम्बेडकर प्रतिमा पर भाजपा और कांग्रेस के नेता भी पहुंचे।
मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यह पहला मौका है जब कोई संगठन मंत्री इस प्रकार के आयोजन में पहुंचा है। उनके साथ वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, दिनेश वर्मा, एमआईसी मेम्बर नंदकिशोर पहाडिय़ा, पंखुड़ी डोसी, नगर महामंत्री संदीप दुबे, सविता अखंड, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के रघु यादव, संदीप अहिरवाल सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे, वहीं अधर में पड़े शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद के तीनों दावेदार भी आम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। इनमें विनय बाकलीवाल, गोलू अग्रिहोत्री और अरविन्द बागड़ी शामिल थे, वहीं वरिष्ठ नेता कृपाशंकर शुक्ला, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, सहप्रभारी महेन्द्र परमार, पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, अनिल यादव, सोनिला मिमरोट, शैलू सैन, राजू कुवाल, शिव घावरी ने भी माल्यार्पण किया।
सुषमा स्वराज अवार्ड आयोजित करेगा ग्रामीण महिला मोर्चा
इंदौर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा की कद्दावर नेता रहीं स्व. सुषमा स्वराज के नाम पर महिला मोर्चा अवार्ड का आयोजन कर रहा है। इसमें महिला मोर्चा, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, एंटरप्रेनोर, स्टार्टअप के साथ गांव के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। अध्यक्ष किरण सूर्यवंशी ने बताया कि 15 अप्रैल को एक्वा पाइंट महू में सुबह 11 बजे आयोजन होगा। मंत्री उषा ठाकुर, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार एवं प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया अतिथि के रूप में पहुंचेंगी। इस दौरान भाजपा नेता भी मौजूद रहेंगे।
सपा कार्यकर्ता अखिलेश से नाराज, पहली बार आए और कार्यकर्ताओं से ही नहीं मिले
महू में हो रहे सम्मेलन में ही सबको बुलाया, अलग से किसी से बातचीत तक नहीं की
इंदौर। महू में अखिलेश यादव आज सपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने जा रहे हैं, लेकिन इंदौरी कार्यकर्ताओं से नहीं मिलने पर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वे पहली बार इंदौर आए और यहां पार्टी को मजबूत करने पर कोई बात ही नहीं हुई।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामायणसिंह कल पूरे समय उनके साथ रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष बंते यादव के यहां भोजन करने के बाद सपा से ही सांसद रहे कल्याण जैन के घर भी पहुंचे और वहां करीब आधे घंटे तक रूके। इसके बाद वे कसरावद के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन इंदौर में जो कार्यकर्ता उनसे मिलना चाह रहे थे, उनसे नहीं मिले। कुछ कार्यकर्ता उनसे मिलने बाणगंगा स्थित यादव के घर भी पहुंचे और वहां उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन वहां उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। कार्यकर्ता बाहर ही नारेबाजी करते रहे। इस दौरान धक्कामुक्की भी हुई। कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता जरूर उनसे मिलने में सफल रहे। सपा के पूर्व पदाधिकारी रहे कुछ नेता भी उनसे मिलना चाह रहे थे, लेकिन उनसे भी वे नहीं मिले। उनका कहना था कि बड़े नेताओं ने छोटे कार्यकर्ताओं से मिलने नहीं दिया, जबकि एक कार्यकर्ता सम्मेलन यहां रखना था। कई लोगों से कहा गया कि वे महू में आज होने वाली सभा में पहुंचे। हालांकि सभा में भी अलग से पूर्व पदाधिकारी और वरिष्ठ नेताओं के लिए भी कोई मुलाकात की कोई व्यवस्था नहीं रखी गई है।
अरुण से मिलने अखिलेश यादव पहुंचे कसरावद, यादव समर्थक कई कांग्रेसी अखिलेश के आगे-पीछे घूमते रहे
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार इंदौर आए अखिलेश यादव की कल कांग्रेसियों ने नजदीकी चर्चा का विषय रही। दोपहर का भोजन समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष बंते यादव के यहां किया। यादव न केवल कांंग्रेसी कार्यकर्ताओं से घिरे रहे, बल्कि वे पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव से मिलने कसरावद भी गए और लंबा समय वहां बिताया। इस दौरान पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव भी मौजूद थे। अखिलेश शुगर मिल भी गए और यादव की माताजी से आशीर्वाद भी लिया। यहीं उन्होंने किसानों से भी मुलाकात की। अखिलेश और अरुण की इस मुलाकात को प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में अलग नजरिये से देखा जा रहा है और वो भी ऐसे समय जब अरुण यादव की पटरी कमलनाथ के साथ नहीं बैठ रही है और कई बार यादव सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि प्रदेश में अभी कांग्रेस का कोई सीएम उम्मीदवार नहीं है। हालांकि अरुण यादव समर्थकों का कहना है कि अखिलेश और अरुण जब केन्द्रीय मंत्री थे, तब से उनकी दोस्ती हैं और वे प्रदेश में आते हैं तो यादव से जरूर मिलते हैं।
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