विजय मोदी, इंदौर। पूरे विश्व में हमारे देश का नाम रोशन करने वाले महिला पहलवान अभी देश की राजधानी दिल्ली में आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं। महिला पहलवानों ने उनके साथ हो रहे यौन शोषण और दुर्व्यवहार करने वाले कुश्ती संघ(WFI) के अध्यक्ष बीजेपी के सांसद ब्रजभूषण सिंह पर संगीन आरोप लगाए हैं।
महिला पहलवान तीन महीने पहले भी जंतर मंतर पर धरने पर बैठी थी जब खेल मंत्रालय से उनको आश्वासन दिया गया और उन आरोपों को लेकर जांच कमेटी गठित की गई, लेकिन कमेटी ने क्या जांच की उस जांच में क्या निष्कर्ष निकला है अभी तक सामने नहीं आया। यहां तक की इतना संगीन आरोप लगने के बाद भी बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह पर केस तक दर्ज नहीं किया गया था।
बृजभूषण सिंह पर केस दर्ज कराने के लिए हमारे देश की महिला पहलवानों को जंतर मंतर पर आंदोलन करना पडा इसके बाद भी एफ आई आर दर्ज नही की गई थी। इससे साफ जाहिर होता है कि हमारे देश की सरकार ऐसे अपराधियों को संरक्षण दे रही है। यहां तक की इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा और कोर्ट ने नोटिस जारी कर कहा कि बृजभूषण पर तुरंत FIR होना चाहिए। तब जाकर एफ आई आर की गई।
बीजेपी से 6 बार सांसद रहे ब्रजभूषण सिंह पर दो FIR हुई जिसमें एक पोक्सो एक्ट के तहत और बृजभूषण सिंह पर पहले से भी 34 अपराधिक मामले दर्ज हैं। लेकिन अभी तक उसको गिरफ्तार नहीं किया गया। बल्कि उल्टा धरना दे रहे महिला पहलवानों व उनके समर्थन करने वालों पर पुलिस हमले कर रही है। उनको अलग अलग तरीके से धमकाया जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि देश की सरकार उसको बचाने का काम कर रही है।
हमारे देश का पूरे विश्व भर में नाम रोशन करने वाली महिला पहलवान ओलंपिक में पदक जीती हैं, मेडल जीती हैं और हमारे देश का नाम ऊंचा किया हैं। आज वह महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है, आम महिलाएं क्या सुरक्षित होंगी? सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है लेकिन हम जानते हैं कि उनकी मंशा क्या है जिस तरीके से महिला पहलवानों के इस आंदोलन कुचलने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी पूरे देश भर से समर्थन मिल रहा है।
हम बताना चाहते हैं कि यह आंदोलन महिला पहलवानों का अकेला नहीं है बल्कि पूरे देश का आंदोलन है। कल दिल्ली विश्वविद्यालय के गेट पर संयुक्त रूप से आम छात्र-छात्राएं आंदोलन के समर्थन में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रही थी लेकिन दिल्ली पुलिस आ कर तुरंत धारा 144 लागू करती है और प्रदर्शन कर रही छात्राओं के साथ गलत व्यवहार करती हैं और उनको गिरफ्तार करती है। कुछ छात्राएं घायल होती हैं और उनको इलाज के लिए भी नहीं ले जाया जाता। प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं,महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रही है उन्हें घसीटते हुए ले कर जा रही है इससे साफ जाहिर होता है सरकार किस तरीके से तानाशाही पूर्ण रवैया अपना रही है।
इस घटना की छात्र संगठन ऑल इंडिया सेव एजुकेशन कमिटी, इंदौर इस घटना की कड़ी निंदा करती है और पूरे देश में महिला पहलवानों के समर्थन में एकजुटता जाहिर करती है और आप से निम्न मांग करता है-
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