इंदौर। शहर के अधिकांश प्रमुख चौराहों पर फ्लायओवरों (flyovers) का निर्माण शुरू हो चुका है और अगले दो सालों में एक दर्जन से अधिक ये फ्लायओवर (flyovers) यातायात को सुगम करने में महत्वपूर्ण साबित होंगे। इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) द्वारा चार चौराहों पर तेज गति से फ्लायओवरों का निर्माण कराया जा रहा है। हालांकि इनमें धार्मिक बाधाएं (religious barriers) कायम हैं, जिसको लेकर कलेक्टर आशीष सिंह (collector Ashish Singh) ने अभी बैठक भी बुलाई, जिसमें सहमति के साथ इन बाधाओं को दूर करने का निर्णय भी लिया गया। खजराना चौराहा पर बन रहे फ्लायओवर की एक भुजा तो अगले महीने जून अंत तक यातायात के लिए शुरू भी कर दी जाएगी, तो इसी तरह लवकुशचौराहा पर डबल डेकर के साथ ही दूसरे फ्लायओवर का निर्माण भी जारी है।
भंवरकुआं चौराहा, फूटी कोठी फ्लायओवर के निर्माण में भी गति जारी है, तो दूसरी तरफ एमपीआरडीसी ने देवास नाका के बाद सत्यसांई चौराहा पर बनने वाले दूसरे फ्लायओवर निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी, जिसके चलते बीआरटीएस कॉरिडोर में इस हिस्से की रैलिंग हटाई गई और उसकी जगह बैरिकेडिंग कर दिए, तो वहीं एबी रोड के एलिवेटेड ब्रिज की डिजाइन मंजूरी की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। इस एलिवेटेड ब्रिज का काम भी लम्बे समय से रूका था, जिसे कुछ समय पहले विभागीय मंत्री के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने शुरू किया, जिसके लिए मिट्टी परीक्षण सहित अन्य प्रक्रिया भी की गई। दूसरी तरफ प्राधिकरण द्वारा वैसे तो 11 फ्लायओवरों का निर्माण कराया जाना तय किया गया है, जिनमें से 4 फ्लायओवरों का काम तो तेज गति से चल रहा है, वहीं अन्य फ्लायओवरों के फिजिबिलिटी सर्वे के साथ टेंडरिंग की प्रक्रिया शुरू की जाना है। आचार संहिता खत्म होने के बाद प्राधिकरण नए फ्लायओवरों की कवायद भी शुरू करेगा। नेशनल हाईवे द्वारा भी एमआर-10 के अलावा बायपास पर चार फ्लायओवरों का निर्माण कराया जा रहा है, तो राऊ चौराहा पर बन रहा सिक्स लेन का फ्लायओवर निर्माण भी अब जल्द पूरा हो जाएगा, जिससे राऊ चौराहा पर लगने वाले जाम से तो राहत मिलेगी ही, वहीं महू, खलघाट, उमरिया जाने वालों को भी आसानी रहेगी। 37 करोड़ रुपए की लागत इस फ्लायओवर पर आई है। हालांकि अभी 31 मार्च तक ही इसका निर्माण पूरा हो जाना था। दूसरी तरफ प्राधिकरण द्वारा चार प्रमुख चौराहों पर जो फ्लायओवर बनाए जा रहे हैं उनका काम इसी साल के अंत तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। अगर धार्मिक स्थलों की बाधा जल्द दूर हो जाए तो दूसरी तरफ के काम में भी गति आ जाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved