नई दिल्ली: ताइवान पर झटका लगने के बाद अब चीन को बांग्लादेश की वजह से भी वैश्विक बेइज्जती का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिका की उच्च अधिकारी नैंसी पेलोसी चीन की तमाम चेतावनी और धमकियों को दरकिनार कर ताइवान पहुंच गई. इसी बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी को बांग्लादेश ने यात्रा की तारीख बदलने के लिए कह दिया. बांग्लादेश के इस रवैये से चीन की हर तरफ किरकिरी हो रही है.
चीन की वैश्विक बेइज्जती
दरअसल चीन ने बांग्लादेश को बिना बताए ढाका यात्रा की घोषणा कर दी थी. जिसके बाद बांग्लादेश भी परेशान था कि चीन ने बिना चर्चा किए यात्रा का ऐलान कैसे कर दिया. इस उहापोह को खत्म करने के लिए बांग्लादेश ने चीन से बातचीत की. बातचीत के बाद दोनों देशों ने इस असमंजस का हल निकाल लिया है. अब वांग यी 7 या 8 अगस्त को बांग्लादेश दौरे पर जा सकते हैं.
कैसे हैं चीन और बांग्लादेश के संबंध?
बता दें कि चीन और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से रिश्ते अच्छे हैं. चीन ने बांग्लादेश में भारी-भरकम निवेश भी किया है. वांग यी अगर ढाका जाते हैं तो यह चीन की तरफ से लगभग पांच साल बाद बांग्लादेश में पहली हाई लेवल यात्रा होगी.
बांग्लादेश ने चीन के लिए कही ये बात
वांग यी की ढाका यात्रा की तारीखों में बदलाव को लेकर बांग्लादेश ने भी बयान जारी कर दिया है. बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल ने कहा कि चीन के विदेश मंत्री की ढाका यात्रा निर्धारित है. यात्रा की तारीख इसलिए बदली गई क्योंकि इस वक्त मैं न्यू यॉर्क और कंबोडिया में की यात्रा पर हूं, इसलिए उनसे यात्रा की तारीख में बदलाव करने का निवेदन किया गया.
चीन को ताइवान में झटका
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन तिलमिलाया हुआ है. चीन की तमाम धमकियों के बावजूद पेलोसी मंगलवार देर रात ताइवान पहुंची. जिसके बाद चीन ने पलटवार करते हुए ताइवान के लिए मुश्किल खड़ी करने की पुरजोर कोशिश की है. चीन ने बुधवार को ताइवान से फल और मछली के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया. इसके साथ ही द्वीप पर रेत के शिपमेंट को रोक दिया.
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