भोपाल। जनवरी में मुरैना में जहरीली शराब पीने से करीब 30 लोगों की मौत के बाद से पूरे मध्य प्रदेश में अवैध शराब और माफिया के खिलाफ मुहिम छिड़ी हुई है। शराब का अवैध कारोबार रोकने के लिए सरकार का एक्शन अब असर दिखाने लगा है। 1 जनवरी से 31 जनवरी तक 1 महीने में 6.89 करोड रुपए की अवैध शराब पूरे प्रदेश में जब्त की गयी। इस काले कारोबार में लिप्त 12387 लोग सिर्फ एक महीने में गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा शराब की अवैध ढुलाई में लगे 232 दुपहिया और चार पहिया वाहन जब्त किए गए। अक्टूबर से दिसंबर तक अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ चलाए गए अभियान में 20,835 प्रकरण दर्ज किए गए। इसमें 61,723 लीटर देसी और 28,916 लीटर विदेशी शराब सहित 1 लाख 34,475 लीटर कच्ची शराब जब्त की गई है, जिसकी कुल कीमत 11 करोड़ आंकी गई है। इस दौरान 20,393 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
4 महीने में लाखों लीटर शराब जब्त
बीते 4 महीनों में शराब जब्ती के आंकड़ों पर नजर डालें तो 33,564 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इसमें एक लाख लीटर देसी, 48,411 लीटर विदेशी और एक लाख लीटर से ज्यादा की कच्ची शराब जब्त की गई है।
ये जिले रहे अव्वल
अवैध कच्ची शराब के खिलाफ कार्रवाई में ग्वालियर, दतिया, अलीराजपुर, मंदसौर, झाबुआ जिले अव्वल रहे हैं। जबकि देशी-विदेशी अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई में जबलपुर, झाबुआ, राजगढ़, मुरैना, इंदौर जिले आगे रहे हैं। इन जिलों में सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है। सीएम शिवराज की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कमिश्नर कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में विभागीय अफसरों ने यह आंकड़े रखे। सीएम शिवराज ने शराब का अवैध कारोबार रोकने के लिए और तेजी के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस ने साधा निशाना
वही सीएम शिवराज की अध्यक्षता में हुई कमिश्नर कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए इन आंकड़ों पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा गलत आंकड़े पेश करके अफसर मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए धरातल पर कार्रवाई होना जरूरी है। मुख्यमंत्री को इस बात पर भी नजर रखना होगा की कार्रवाई वाकई में हो और शराब का अवैध कारोबार बंद हो।
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