वाशिंगटन। दुनिया भर में आतंक फैलाने वाला आतंकी संगठन अल-कायदा ने अपना नया मुखिया चुन लिया है। पिछले साल जुलाई में अमेरिका द्वारा एक ड्रोन हमले में अल-कायदा का प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी के मारे जाने के बाद सैफ अल-अदेल को नई जिम्मेदारी दी गई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने इसकी जानकारी दी है।
सैफ अल-अदेल ईरान से आतंक की फैकटरी चलाएगा। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि ईरान स्थित मिस्र का सैफ अल-अदेल (Sayf al-Adl) जुलाई 2022 में अयमान अल-जवाहिरी की मौत के बाद अब अल-कायदा की कमान संभाल लिया है। इसे लेकर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से एक रिपोर्ट भी जारी किया गया है।
सैफ अल-अदेल अलकायदा के संस्थापक सदस्यों में से एक है और संगठन में इसकी तूती भी बोलती है। जानकारी के मुताबिक, अल-अदेल ओसामा-बिन-लादेन और अल-जवाहिरी का करीबी भी माना जाता था। हालांकि, उसके बारे में बहुत कम ही जानकारी दुनिया के सामने आ पाई है। माना जाता है 9/11 आतंकी हमले में इसका भी हाथ था।
30 की उम्र में फैलाई थी दहशत
अल-अदेल जब 30 वर्ष का था, तभी उसने सोमालिया के मोगादिशु में 1993 के कुख्यात ‘ब्लैक हॉक डाउन’ ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में 19 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। इसके बाद सैनिकों के शवों को सड़क पर घसीटा गया था। 2011 में ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद से, अल-अदेल अलकायदा के भीतर एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार बन गया।
खुद को कहता है न्याय की तलवार
अल अदेल आतंक की दुनिया का पुराना नाम है। वह मिश्र की सेना का पूर्व अधिकारी रह चुका है। वह खुद को ‘स्वॉर्ड ऑफ जस्टिस'(न्याय की तलवार) भी कहता है। अल-अदेल इतना खूंखार है कि एफबीआई ने उसे मोस्ट वांटेट की सूची में शामिल किया है और उसके सिर पर 10 मिलियन का इनाम भी है। अब इसे ही अलकायदा का अगला उत्तराधिकारी माना जा रहा है। 1980 के दशक के अंत में वह आतंकवादी समूह मकतब अल-खिदामत में शामिल हो गया था।
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