अक्षय तृतीया इस बार 14 मई 2021 को मनाई जाएगी। अक्षय तृतीया हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के तृतीया के दिन पड़ती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सतयुग और त्रेतायुग (Tretayug) की शुरुआत भी अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के दिन ही हुई थी। इसी कारण से अक्षय तृतीया को कृतयुगादि तृतीया भी कहा जाता है। भविष्य पुराण में उल्लेख मिलता है कि अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) को गंगा जल से स्नान करने और दान, धर्म और पुण्य करने की बड़ी महिमा है। लेकिन चूंकि इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण लॉकडाउन है तो गंगा स्नान करने घाट पर न जाएं बल्कि घर पर ही स्नान करें और दान करें। अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी (Maa laxmi) की कृपा बरसती (Rain shower) है लेकिन अक्षय तृतीया के दिन भूलकर भी ये काम नहीं करने चाहिए।
– अक्षय तृतीया के दिन घर में किसी भी तरह की गंदगी नहीं होनी चाहिए। इस दिन पूरे घर की सफाई (cleaning) का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
अक्षय तृतीया के दिन में घर में किसी तरह का क्लेश या लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए।इस दिन परिवार के सदस्यों या किसी भी जानकार से वाद-विवाद से बचना चाहिए।
पौराणिक मान्यताओं (Mythological beliefs) के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन तामसिक भोजन यानी कि लहसुन, प्याज, मांस या मदिरा का सेवन किया जाए तो यह घर की खुशियों को खत्म कर देता है।
ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन जो मनुष्य गलत कार्य करता है, उसे जीवनभर उसके पाप का फल भोगना पड़ता है।
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