नई दिल्ली: मणिपुर में दो महिलाओं को सड़क पर नग्न कर घुमाने और उनके साथ गैंग रेप करने की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. ये घटना 4 मई को मणिपुर की राजधानी इंफाल से 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई है. इस घटना का वीडियो बुधवार शाम सोशल मीडिया पर सामने आया और इसके बाद से ही चारों तरफ से इसपर गुस्सा सामने आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना को देश को शर्मसार करने वाली घटना कहा है. इस घटना पर अब बॉलीवुड सितारों की भी नाराजगी और आक्रोश सामने आया है. अक्षय कुमार, रितेश देशमुख जैसे सितारों ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने आरोप लगाया है कि दोनों महिलाओं के साथ एक खेत में गैंगरेप किया गया. ये दोनों महिलाएं कुकी जनजाति से हैं. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया है. इस वीडियो के सामने आने के बाद एक्टर अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा, ‘मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हिंसा का वीडियो देश घृणा और गुस्से से हिल गया हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि इन आरोपियों को ऐसी सजा मिले कि भविष्य में कोई भी ऐसे घृणित कृत को अंजाम देने के बारे में सोचने की भी जुर्रत न करे.’
वहीं एक्टर रितेश देशमुख ने भी अपने गुस्से का इजहार सोशल मीडिया पर करते हुए लिखा, ‘मणिपुर में हो घटना महिलाओं के साथ हुई, उसका वीडियो देखकर स्तंब्ध हूं. मैं गुस्से से भरा हुआ हूं. ऐसे अपराध को करने वाला कोई भी आदमी बचना नहीं चाहिए. महिलाओं के सम्मान पर हमला मानवता पर हमला करने जैसा है.’
वहीं बॉलीवुड एक्टर आशुतोष राणा ने भी इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘इतिहास साक्षी है जब भी किसी आतातायी ने स्त्री का हरण किया है या चीरहरण किया है उसकी कीमत संपूर्ण मनुष्य जाति को चुकानी पड़ी है. जैसे सत्य, तप, पवित्रता और दान ‘धर्म’ के चार चरण होते हैं वैसे ही ‘लोकतंत्र’ के भी विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका व पत्रकारिता रूपी चार चरण होते हैं. लोकतंत्र के इन चारों स्तंभों को एक दूसरे के साथ लय से लय मिलाकर चलना होगा तभी वे लोक को अमानुषिक कृत्यों के प्रलय के ताप से मुक्त कर पाएंगे. अब समय आ गया है जब सभी राजनीतिक दलों और राजनेताओं को, मीडिया हाउसेस व मीडिया कर्मियों को अपने मत-मतान्तरों, एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोपों को भूलकर राष्ट्र कल्याण, लोक कल्याण के लिए सामूहिक रूप से उद्यम करना होगा क्योंकि ये राष्ट्र सभी का है, सभी दल और दलपति देश और देशवासियों के रक्षण, पोषण, संवर्धन के लिए वचनबद्ध हैं. हमें स्मरण रखना चाहिए- स्त्री का शोषण, उसके ऊपर किया गया अत्याचार, उसका दमन, उसका अपमान.. आधी मानवता पर नहीं बल्कि पूरी मानवता पर एक कलंक की भांति है.’
ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सरकार ने फेसबुक-ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को इस वीडियो को शेयर न करने का आदेश दे दिया है. वहीं इस वीडियो के लिए केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है.
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