एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म की एक घटना के बारे में खुलासा किया। उनसे पूछा गया कि फिल्म ‘सरफिरा’ की शूटिंग के दौरान सबसे मुश्किल काम क्या था। इस बारे में उन्होंने कहा कि फिल्म में कई चीजें हैं, जिनसे मेरी जिंदगी की कई घटनाएं जुड़ी हुई हैं। फिल्म में मेरे किरदार के पिता का निधन हो जाता है और किरदार उस दुख से गुजरता है। सच कहूं तो अपने पिता के निधन के बाद मैं भी ऐसे ही सदमे से गुजर रहा था। जब मैंने वह सीन शूट किया तो मुझे हमेशा की तरह ग्लिसरीन की जरूरत महसूस नहीं हुई। जब मेरे पिता का निधन हुआ तो मैंने जो महसूस किया, उसे मैंने अपनी भूमिका में ढाला, उस दृश्य के दौरान मेरी आंखों में जो आंसू थे, वे वास्तविक थे। जब सुधा ने कट कहा, तब भी मेरा सिर नीचे झुका हुआ था। क्योंकि उस एहसास से वापस आना मेरे लिए संभव नहीं था। इसलिए मैंने सुधा से इस शॉट को अधिक देर तक लेने के लिए कहा। क्योंकि उस वक्त मैं उस पल को जी सकता था। अक्षय ने आगे माना कि सुधा और मुझे एक-दूसरे के काम करने के तरीके को समझने में एक हफ्ता लग गया।इसी बीच कुछ दिनों पहले सुधा ने एक इंटरव्यू में अक्षय और उनके काम के बीच अंतर पर भी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि अक्षय पहले छह दिनों तक खुश नहीं थे। वह सोचते था कि यह लड़की कैसे मुझसे पागलों की तरह कुछ भी करवा सकती है। इसके बाद प्रोड्यूसर और उन्होंने मुझसे बातचीत की। मैंने उनसे कहा, तुम्हें जो करना है करो। यदि मुझे कोई सुधार करना है तो मैं करूंगी। यह फिल्म उस व्यक्ति के जीवन पर आधारित है जिसने डेक्कन एयरलाइंस की स्थापना की थी। यह फिल्म तमिल बायोपिक ‘सोराराई पोटारू’ पर आधारित है। फिल्म सरफिरा आज शुक्रवार यानी 12 जुलाई को रिलीज हो रही है।