इंदौर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के दौरान कांग्रेस (Congress) से बीजेपी (BJP) में शामिल हुए अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bam) की मुसीबत बढ़ सकती है। अक्षय बम के कॉलेज से लीक हुए MBA फर्स्ट सेमेस्टर के पेपर के मामले की जांच कर रही इंदौर पुलिस (Indore Police) ने बड़ा खुलासा किया है। छोटी ग्वालटोली पुलिस ने दावा किया है कि 500 रुपए से लेकर 2 हजार रुपये लेकर पेपर लीक (Paper Leak) कराया गया था। यह पेपर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) में एसबीए प्रथम सेमेस्टर का पेपर लीक हुआ था।
मिली जानकारी के अनुसार, अक्षय कांति बम के कॉलेज आयडलिक इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट से 25 मई और 28 मई के दिन होने वाले एमबीए का पेपर लीक हुआ था। 25 मई को Quantitative Techniques के पेपर के एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर पर्चा वायरल हो गया था। वहीं Accounting for managers का पेपर 28 मई को था। ये पेपर भी एक दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
पुलिस की जांच में सामने आया कि कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी ने थ्री इडियट फिल्म की तर्ज पर स्कैल से सील को उचकाकर पेपर लीक किया था। दीपक सोलंकी ने गौरव सिंह गौर और धीरेंद्र नरवरिया को पेपर बचा था। दोनों ही एमबीए के छात्र हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस कॉलेज के प्रिंसिपल और अक्षय कांति बम से पूछताछ करेगी। कॉलेज की मान्यता भी खत्म की जा सकती है। पर्चा लीक मामले में कॉलेज और विश्वविद्यालय के कई जिम्मेदारों लोगों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। फिलहाल तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पूछताछ के बाद और कई गिरफ्तारियां हो सकती है। कांग्रेस का कहना है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोपी अक्षय कांति बम पर कार्रवाई की जाए।
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