लखनऊ । समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने उनकी टोपी पर तंज कसा था। सपा प्रमुख ने कहा है कि जो लोग उनकी और उनकी पार्टी की लाल टोपी की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें खुद भी एक टोपी की आवश्यकता हो सकती है। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सपा की लाल टोपी लाल है और कारनामे उसके काले हैं।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान समर्थकों से मिलने और उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देने कन्नौज आए यादव ने अपनी पार्टी का बचाव करते हुए कहा, “लाल रंग भावनाओं का रंग है। लाल रंग देवी दुर्गा का रंग है।”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “वे हमारी टोपी का दुरुपयोग कर रहे हैं, फिर भी हमारा व्यवहार बहुत अच्छा है। कम से कम हमारे बाल तो पूरे हैं, इसलिए हम टोपी पहन रहे हैं। जिनके बाल नहीं हैं, उन्हें भी टोपी पहननी चाहिए।”
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान मिली हार को मुख्यमंत्री स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। अखिलेश ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में हार का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए और इसीलिए वे इस तरह के बयान दे रहे हैं।”
अखिलेश यादव ने बांग्लादेश की स्थिति के बारे में योगी आदित्यनाथ की टिप्पणियों की भी आलोचना की और कहा, “अगर उनके मन में किसी विदेशी मुद्दे को लेकर कुछ है तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री से बात करनी चाहिए। दरअसल, वे सड़कों पर अराजकता फैलाना चाहते हैं।”
जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर यादव ने कड़ा रुख अपनाया और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की कौशल जनगणना की चर्चा पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा को इस मामले में चालाकी करने से आगाह किया। उन्होंने जातियों की गणना और सभी समुदायों के अधिकारों और सम्मान को सुनिश्चित करने की वकालत करते हुए कहा, “जाति जनगणना का मतलब जाति जनगणना है।”
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