नई दिल्ली। बहराइच हिंसा (Bahraich violence) के आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़ और उसमें दो लोगों के हाफ एनकाउंटर (Encounter) के बाद एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस को निशाने पर लिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि जब कभी भी यूपी में हो रहे एनकाउंटरों की जांच होगी, बहुत से दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह लोग जेल भी जाएंगे। अखिलेश ने कहा कि बहराइच में हिंसा हुई नहीं है कराई गई है।
अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि जिस पत्रकार ने सबसे पहले झंडा उतारने वाला वीडियो वायरल किया था उसे बीजेपी वालों ने काफी पीटा है। कहा कि भाजपा इस समय अंग्रेजों की तरह डिवाइड एंड रूल की नीति पर काम कर ही है।
अखिलेश ने कहा कि इसी सरकार के सबसे पहले डीजीपी ने कहा था कि आज जो पुलिस एनकाउंटर कर रही है, कल उसके साथ कोई खड़ा नहीं दिखाई देगा। कहा कि इनकी सरकार के पहले डीजीपी ही इन पर सवाल खड़े कर रहे है। उनके कहने का मतलब भी यही है कि एनकाउंटर नहीं हत्याएं हो रही हैं। इसलिए ही उन्होंने कहा कि इनके साथ कोई खड़ा नहीं होगा।
अखिलेश ने कहा कि मुझे सुनने में यह भी आया है कि जिस पत्रकार ने झंडा उतारने का वीडियो वायरल किया, उसे काफी चोट आई है। बीजेपी के लोगों ने उसे बहुत मारा है। अगर बीजेपी के लोग पत्रकार को मार रहे हैं। पत्रकार को झूठे मुकदमे में जेल भेज रहे हैं तो सवाल उठता है कि क्या छिपा रहे हैं।
मारे गए राम गोपाल मिश्रा के परिवार पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। साथ ही पूछा कि अगर एनकाउंटर फेक निकलेंगे तो उन्हें भी नौकरी देंगे क्या?
अखिलेश यादव ने कहा कि जो घटना बेहद दुखद है। ऐसी घटना किसी समाज में नहीं होनी चाहिए। ये सरकार का फेलियर है। अंग्रेजों ने नारा दिया था, डिवाइड एंड रूल। यह सरकार उसी पर काम कर रही है। कहा कि बहराइच की घटना हुई नहीं है, कराई गई है। अगर घटना कराई गई हो तो दोषी कौन होगा। सभी जानते हैं कि यह घटना रोकी जा सकती थी। किसी की जान नहीं जा सकती थी।
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