लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा के 350 सीटें जीतने के दावे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के 45 विधायक भी नहीं जीतेंगे। कुछ दिनों में टिकट कटने वालों की लिस्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद भाजपा में भगदड़ मचने वाली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को लैपटॉप चलाना नहीं आता है।
अखिलेश ने दावा किया प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी पर भरोसा करने वाली है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले सपा ने कहा था कि सभी वर्गों के साथ से हमारा दल 2022 के चुनाव में 350 सीटें जीतेगा। अखिलेश एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में सवालों का जवाब दे रहे थे। उनसे पहले इसी मंच से मुख्यमंत्री ने एक बार फिर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने का दावा किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा किसी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी। हम चुनाव में छोटे-छोटे दलों के साथ जनता के बीच में जाएंगे। पार्टी अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उनके पास कोई विजन नहीं हैं। विजन के नाम पर सिर्फ टेलिविजन है। ‘भाजपा नकली हिन्दू है, समाजवादी पार्टी ने कभी धर्म का प्रचार नहीं किया। उन्होंने कहा कि सरकार चार साल में कुछ भी नया नहीं कर पाई है। भाजपा अपना घोषणापत्र लागू नहीं कर पाई है। दूसरी सरकारों के प्रोजेक्ट आगे बढ़ रहे हैं। भाजपा ने पूरे प्रदेश में बिजली महंगी की है।
कोरोना संक्रमण काल में उत्तर प्रदेश के बेहतरीन प्रदर्शन को नकारते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे खराब काम योगी सरकार ने किया है। पुरानी सरकार के कामों को रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी की सरकार का लैपटॉप काम आया, जिसकी मदद से वह वर्चुअल तौर पर पढ़ाई कर पाए। मुख्यमंत्री योगी को लैपटॉप चलाना नहीं आता, इस वजह से उन्होंने बच्चों को नहीं दिया।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार को बस नाम बदलना आता है, यह इनकी टेक्नोलॉजी है। इन्होंने डॉयल 100 का नाम 112 कर दिया, यह कैसी टेक्नोलॉजी है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर निवेश आया तो आखिर गया कहां। (एजेंसी, हि.स.)
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