नई दिल्ली (New Delhi)। भारत सरकार (Indian government)के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) अजीत डोभाल(Ajit Doval) की टीम की ताकत(Team Strength) बढ़ी है। उन्हें एक नया एडिशनल एनएसए (new additional nsa)मिला है। पूर्व रॉ चीफ राजिंदर खन्ना को मंगलवार को अतिरिक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया। इससे पहले वे डिप्टी एनएसए की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इनके अलावा दो नए उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भी नियुक्ति की गई।
आईपीएस अधिकारी और खुफिया ब्यूरो के स्पेशल डायरेक्टर टीवी रविचंद्रन के साथ-साथ विदेश मंत्रालय में सचिव पवन कपूर को इस पद की जिम्मेदारी दी गई है। तीनों ही अधिकारी एनएसए अजीत डोभाल के साथ मिलकर काम करेंगे।
अजीत डोभाल को तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त
आपको बता दें कि राजिंदर खन्ना 2014 से 2016 तक रॉ प्रमुख के पद पर तैनात थे। उनकी अतिरिक्त एनएसए के रूप में नियुक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में निरंतरता बनाए रखने पर नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के साथ जोर कर देखा जा रहा है। इसी निरंतरता सिद्धांत के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया, जो कि पीएम मोदी के कार्यकाल के साथ ही समाप्त हो जाएगा।
अजीत डोभाल के पास अब एक अतिरिक्त एनएसए और तीन डिप्टी एनएसए होंगे जो उनके अधीन काम करेंगे। पूर्व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) प्रमुख पंकज कुमार सिंह डिप्टी एनएसए के रूप में जारी रहेंगे कपूर एनएसए कार्यालय में विक्रम मिसरी का स्थान लेंगे।
कौन हैं राजिंदर खन्ना?
नए एडिशनल एनएसए राजिंदर खन्ना ओडिशा कैडर के 1978 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने दिसंबर 2014 से दिसंबर 2016 तक रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) प्रमुख के रूप में कार्य किया। इससे पहले वह एजेंसी में ऑपरेशन डेस्क के प्रभारी थे और उन्हें पाकिस्तान और आतंकवाद विरोध में उनकी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है।
राजिंदर खन्ना को जनवरी 2018 में डिप्टी एनएसए के रूप में नियुक्त किया गया था। खन्ना इससे पहले प्रौद्योगिकी और खुफिया (टी एंड आई) अनुभाग का भी नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में विशेष कार्य अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है, जो पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल सहित पड़ोसी देशों के नीति दस्तावेज तैयार करता है।
खन्ना से पहले डिप्टी एनएसए पद पर ही तैनात विक्रम मिस्री को हाल में विदेश सचिव का कार्यभार सौंपा गया था। मिस्री 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं। विक्रम मिस्री देश के तीन प्रधानमंत्रियों – नरेन्द्र मोदी, मनमोहन सिंह और इंद्र कुमार गुजराल के निजी सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं।
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