भोपाल। वित्त विभाग के रिटायर्ड उप सचिव अजय चौबे से विभाग का मोह नहीं छूट रहा है। यही वजह है कि रिटायरमेंट के पांच साल की संविदा नियुक्ति देने के बाद भी विभाग फिर से उन्हें वापस लाना चाहता है। इसके लिए विभाग ने सलाहकार के तौर पर चौबे को नियुक्ति देने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए विभाग ने बाकायदा विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें ऐसे प्रावधान किए हैं, जिससे चौबे को आसानी से नियुक्ति मिल जाए। वित्त विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार अजय चौबे का संविदा नियुक्ति का कार्यकाल 2 अगस्त को पूरा हो चुका है। इसके तत्काल बाद विभाग ने सलाहकार की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी की। इसके लिए अभी तक सिर्फ दो ही आवेदन आए हैं। सूत्रों ने बताया कि एक आवेदन अर्हरताएं पूरी नहीं करने की वजह से निरस्त हो चुका है। अब सिर्फ एक ही आवेदन अजय चौबे का बचा है। नियमानुसार तीन आवेदन होने पर ही नियुक्ति होना चाहिए। अब विभागीय अफसरों की कमेटी जल्द ही बैठक की खानापूर्ति करके अजय चौबे को वित्त विभाग में सलाहकार की नियुक्ति दी जाएगी। बताया गया कि इसके लिए साक्षात्कार की खानापूर्ति भी होना है। जो इसी हफ्ते हो सकती है। चौबे की नियुक्ति पिछले दो साल से विवादों में है।
विधानसभा में सरकार कर चुकी थी हटान का ऐलान
वित्त विभाग में अजय चौबे को लगातार दी जा रही संविदा नियुक्ति का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। विधायक विक्रम सिंह ने विधानसभा में चौबे की संविदा नियुक्ति का मामला उठाया था। जिस पर तत्कालीन वित्त मंत्री तरुण भनोट ने ऐलान किया था कि 31 दिसंबर 2019 चौबे की सेवा का आखिरी कार्यकाल होगा। इसके बावजूद भी वित्त विभाग ने चौबे को संविदा नियुक्ति पर बरकरार रखा। अब जब वे संविदा नियुक्ति की पात्रता में आते हंै, तो विभाग ने उन्हें सलाहकार नियुक्त करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए अलग से नियुक्ति की शर्त तैयार की गई हैं।
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