जयपुर: नए साल के जश्न (New Year Celebration) के मौके को एयरलाइंस कंपनियां (Airlines Companies) जमकर भुना रही हैं. नए साल को सेलिब्रेट करने के लिए अक्सर लोग अच्छे ट्यूरिस्ट स्पॉट पर जाना पसंद करते हैं. बस लोगों के इस शौक पर दम पर एयरलाइंस कंपनियां उनकी जेबें ढीली करने में जुटी हैं. सीमित छुट्टियों में जल्दी जाने और जल्दी वापस आने का एक ही विकल्प है और वह है एयरलाइंस. इसको देखते हुए एयरलाइंस कंपनियों ने अपना किराया दो से तीन गुणा तक बढ़ा दिया है. करंट टिकट पर तो मनमाना किराया वसूला जा रहा है.
आज की रात नए साल के जश्न की रात है. लोग अपने परिवारों और दोस्तों के साथ इस जश्न को मनाने के लिए अलग अलग शहरों की तरफ रूख कर रहे हैं. चूंकि कामकाजी लोगों के पास वक्त कम होता है. लिहाजा वो जल्दी जाकर जल्दी वापस आना चाहते हैं. इस जल्दी के लिए वो फ्लाइट का चुनाव करते हैं. एयरलाइंस जानती हैं कि हवाई यात्री मजबूरी में मुंह मांगे पैसे देगा और वह दे भी रहा है. एयरलाइंस की इन कीमतों पर न कोई कानूनी नियंत्रण है और न ही कोई लगाम. धड़ल्ले से न्यूनतम किराये को तीन गुणा तक बढ़ा दिया गया है.
जयपुर से बेंगलुरु और गोवा के किराये का यह है हाल
अगर आप 31 दिसंबर को जयपुर से बेंगलुरु जाना चाहते हैं तो आपको इंडिगो में लगभग 9 हजार रुपये किराया चुकाना पड़ेगा. एयर एशिया में लगभग 11 हजार, इंडिगो में लगभग 14 हजार और गो फर्स्ट में लगभग 16 हजार रुपये चुकाने होंगे. जबकि यह आम दिनों में 5 से 6 हजार के बीच रहता है. इसी तरह अगर आप जयपुर से गोवा जाना चाहते हैं तो इंडिगो में लगभग साढ़े 9 हजार, स्पाइसजेट में लगभग 10 हजार और एयर एशिया में लगभग 12 हजार चुकाने होंगे. ये दो शहर तो केवल उदाहरणभर हैं. जयपुर से ये किराया 24 दिसंबर से ही लगातार बढ़ रहा है. आने वाली 2 जनवरी तक ये किराया ऐसे ही रहने वाला है.
नुकसान से उबरने के लिए एयरलाइंस कंपनियों को मिला है मौका
दूसरी तरफ ट्रेनों के जरिए जो लोग घूमने निकले हैं उनके किराये में कोई इजाफा नहीं हुआ है. न ही बसों के किरायों में कोई बढ़ोतरी हुई है. लेकिन ट्रेनों और बसों में जाने वालों के पास अतिरिक्त समय होता है लिहाजा वो एयरलाइंस की मनमानी से बच जाते हैं. लेकिन जिनके पास समय की कमी होती है वो एयरपोर्ट की तरफ रूख करते हैं. बहरहाल कोविड के दौरान पूरी तरह से नुकसान उठा चुकी एयरलाइंस कंपनियां अब घाटे से उबरने के लिए यह मौका छोड़ना नहीं चाहती हैं.
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