भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई शहरों में हवा का स्तर खराब हो रहा है. भोपाल (Bhopal) समेत कई शहरों में एयर क्वालिटी एंडेक्स 300 (Quality Andex 300) के पार हो गया है. जो सेहत के लिए खराब है. इसके अलावा दूसरे कई शहरों में भी वायु प्रदूषण (Air Pollution) बढ़ा है. दरअसल, पराली जलाने और धुंध की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. प्रदूषण की जहरीली हवा अपना असर लोगों की सांसों पर दिखा रही है. सांस के मरीज जहरीली हवा से परेशान हैं. वहीं मौसम विशेषज्ञों केअनुसार प्रदेश और राज्यों में अगले दो से तीन दिन तक ठंड ओर तेजी से बढ़ सकती है.
भोपाल की हवा दिल्ली की तरह खराब हो रही है. जिससे राजधानी भोपाल में बढ़ते प्रदूषण की वजह से हालात थोड़े चिंताजनक हो रहे हैं. भोपाल के अरेरा कॉलोनी और टीटी नगर में AQI 300 पार पहुंच गया है, इस स्तर की हवा लोगों की सेहत पर सीधा असर डालती है, दरअसल, भोपाल के आसपास पराली जलाने की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ने की बात सामने आई है. बढ़ते प्रदूषण के कारण भोपाल शहर भी अब धुंधला दिखाई देने लगा है. डॉक्टरों के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति 300 से 350 एक्यूआई में सांस लेता है तो वह 24 घंटे में 20 सिगरेट जितना हानिकारक माना जाता है.
वहीं मध्य प्रदेश में पिछले साल की तुलना में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं. 2024 में एमपी में पंजाब से भी ज्यादा पराली जलाई गई है. मध्य प्रदेश में 11382 मामले आए हैं, जबकि हरियाणा में 1118 और पंजाब में 9655 मामले मिले हैं. वहीं बात अगर मध्य प्रदेश के जिलों की जाए तो श्योपुर 2424, नर्मदापुरम 1462, जबलपुर 1121, दतिया 901, अशोकनगर 679 और गुना और ग्वालियर में 619 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं.
केंद्र सरकार के आंकड़े के मुताबिक मध्य प्रदेश में 15 सितंबर से 18 नवंबर के बीच धान की खेती बढ़ाने से यह सबसे ज्यादा पराली जलाने के मामलें आए हैं. क्योंकि धान की खेती के बाद बोवनी करने के लिए लोग पराली जला देते हैं. मौसम विभाग के मुताबिक पराली जलाने से हवा का स्तर खराब होता है. ऐसे में इसका असर सीधा मौसम पर पड़ता है. फिलहाल भोपाल के साथ-साथ ग्वालियर, जबलपुर, सिंगरौली समेत कई जिलों में AQI 200 के पार पहुंच गया है.
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