इन्दौर। पिछले दिनों निगम की वर्कशाप में पानी छोडऩे वाली मशीन तैयार की थी, तो उसके बाद अब जुगाड़ तकनीक से मात्र 80 हजार रुपए में 30 फीट ऊंटी मशाल बनाई गई, जिससे वायु प्रदूषण भी घट गया और अब रीगल सहित अन्य चौराहों पर लगेगी।
पिछले दिनों शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स कई स्थानों पर बढ़ा हुआ दर्ज हुआ। खासकर दीपावली की आतिशबाजी के चलते भी। करोड़ों की मशीन चंद हजार में इंदौर नगर निगम ने तैयार करली।
पिछले दिनों नगर निगम ने एक वाहन बनाया था, जिससे पानी के फव्वारों को छोडक़र वायु प्रदूषण दूर करने में मदद मिली, तो अब प्रमुख चौराहों पर मशाल की तरह 30 फीट ऊंचे टॉवर लगाए जा रहे हैं, जिससे वायु और पानी की मदद से बढ़ते प्रदूषण पर लगाम कसी गई। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने इस जुगाड़ तकनीक को पसंद किया और अब रीगल सहित अन्य चौराहों पर भी इस तरह की आकर्षक डिजाइन वाली मशाल लगाई जाएगी। स्वच्छता मिशन की तैयारी में जुटे अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा का कहना है कि उक्त मशाल नगर निगम की वर्कशॉप में ही तैयार की गई है और इससे खजराना चौराहा के वायु प्रदूषण को घटाने में बड़ी मदद मिली है।
वहीं निगम के वर्कशॉप प्रभारी मनीष पांडे का कहना है कि मात्र 80 हजार रुपए में जुगाड़ तकनीक से यह मशाल तैयार की गई है और पूर्व में भी इसी तरह जुगाड़ तकनीक का इस्तेमाल कर लाखों रुपए की राशि बचाई गई। 30 फीट लम्बी तस्तरीनुमा यह मशाल प्रयोग के रूप में पिछले दिनों खजराना चौराहा पर लगाई गई, जिसमें स्प्रिंगल की सहायता से हवा में पानी की बौछार की जाती है, जिसके बाद चौराहे पर जहां दुर्गंध भी खत्म हुई और वायु प्रदूषण भी घट गया। इस मशाल की बदौलत एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स में जिस तरह गिरावट आई उसे देखते हुए अब आयुक्त ने रीगल सहित अन्य चौराहों पर भी इसे लगाने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि अभी दीपावली पर शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बिगड़ा। साथ ही कई चौराहों पर फ्लायओवर सहित मेट्रो प्रोजेक्ट का भी काम चल रहा है, उसके कारण भी धूल उड़ती है और वायु प्रदूषण बढ़ता है। अब निगम की यह जुगाड़ वायु प्रदूषण घटाने में बड़ी मददगार साबित हो रही है।
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