नई दिल्ली: टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइन एक बार फिर से चर्चा में है. एयरलाइन के मैनेजमेंट और केबिन क्रू मेंबर्स आमने-सामने आ गए हैं. इसकी शिकायत मिलने पर कंपनी को श्रम मंत्रालय से कारण बताओ नोटिस मिला है. सूत्रों के मुताबिक, एयरलाइन के कई केबिन क्रू मेंबर्स रूम शेयरिंग की व्यवस्था से नाखुश हैं. उन्होंने इसकी शिकायत मैनेजमेंट से की थी. इसके बाद यह शिकायत श्रम मंत्रालय को दी गई. अब मंत्रालय ने एयर इंडिया एक्सप्रेस को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है. टाटा ग्रुप ने इस एयरलाइन का अधिग्रहण पिछले साल जनवरी में किया था. इसके बाद कंपनी ने कुछ नई पॉलिसी को लागू किया, जो कि अभी समझौता प्रक्रिया में हैं.
लेबर लॉ के तहत चल रही है समझौता प्रक्रिया
इस नोटिस में आरोप लगाया गया है कि फिलहाल लेबर लॉ के तहत समझौता प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में विमानन कंपनी ने सेवा शर्तों में बदलाव क्यों किए हैं. यह इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट एक्ट, 1947 की धारा 33 का उल्लंघन है. इस धारा के तहत यदि किसी कंपनी में समझौता प्रक्रिया चल रही हो तो सेवा शर्तों में बदलाव नहीं किया जा सकता.
पिछले महीने सिंधिया को लिखा था पत्र
पिछले महीने एयर इंडिया एक्सप्रेस एम्प्लाइज यूनियन (AIXEU) ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिख अपनी समस्याएं बताई थीं. इसमें कई मुद्दे उठाए गए थे मगर लेओवर के दौरान रूम शेयर करने के निर्देश पर कड़ी आपत्ति जताई गई थी. साथ ही कई अन्य सुविधाओं में कटौती को लेकर भी केबिन क्रू खफा है. पहले लेओवर के दौरान केबिन क्रू को फाइव या फोर स्टार होटल में रुकने की सुविधा दी जाती थी. मगर, अब एक रूम में दो लोगों के रुकने की व्यवस्था की जाती है.
लाभ कमा रही है एयर इंडिया एक्सप्रेस
कंपनी के प्रवक्ता ने पिछले महीने बताया था कि AIX कनेक्ट का एकीकरण एयर इंडिया एक्सप्रेस एयरलाइन के साथ किया जा रहा है. इसलिए नीतियों में थोड़ा सा बदलाव किया गया है. रूम शेयर करने की पॉलिसी कई एयरलाइन्स अपनाती हैं. एयर इंडिया एक्सप्रेस मुनाफा कमा रही है और एआईएक्स कनेक्ट (AirAsia India) घाटे में है. यह दोनों एयरलाइन्स फिलहाल मर्जर की प्रक्रिया में हैं.
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