नई दिल्ली । IAF यानी भारतीय वायुसेना (Indian Air Force)के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह(Chief Air Chief Marshal AP Singh) लड़ाकू विमान तेजस (fighter aircraft tejas)बनाने वाली कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Company Hindustan Aeronautics Limited)से खफा हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें कंपनी पर भरोसा नहीं रहा है। उन्होंने विमानों की डिलीवरी में हो रही देरी पर खुलकर नाराजगी जारी की है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब HAL की तरफ से देरी की सेना प्रमुख ने आलोचना की हो।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एक वीडियो में सिंह ने कहा, ‘आपको हमारी चिंताएं दूर करनी होंगी और हमें भरोसा दिलाना होगा। इस समय मुझे HAL पर भरोसा नहीं है, जो कि बहुत बुरी बात है।’ उन्होंने कथित तौर पर HAL को लेकर कहा, ‘मैं आपको (HAL) को यह बता सकता है कि हमारी जरूरतें और चिंताएं क्या हैं।’ खबरें हैं कि उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, HAL इस देरी का जिम्मेदार 1998 में हुए परमाणु परीक्षण के बाद लगे प्रतिबंधों को बताती है। वायुसेना प्रमुख की तरफ से उठाई गई आपत्ति को लेकर एचएएलके सीएमडी डीके सुनील ने कहा, ‘मैं आपको बताता हूं। आप जानते हैं कि हम (भारत) हमारे 1998 में हुए परमाणु परीक्षण के बाद प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में हमें शुरुआत से चीजें तैयार करनी होती है। इसमें काफी मेहनत लग गई है। देरी की वजह आप आलस नहीं कह सकते।’
उन्होंने कहा, ‘वायुसेना प्रमुख की चिंता को हम समझते हैं, क्योंकि उनके स्क्वॉड्रन की ताकत घट रही है। हम वादा करते हैं कि हम स्ट्रक्चर तैयार कर लेंगे। साथ ही हमने कई बैठकों में अलग-अलग स्तर पर यह बात कही है।’
HAL ने मंगलवार को यह भी कहा कि उन्हें मार्च के अंत तक 11 तेजस एमएक1ए विमान डिलीवर करने का भरोसा है। अखबार के अनुसार, सीएमडी ने कहा कि एचएएल अमेरिकी कंपनी जीई पर 80 फीसदी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर जोर दे रहा है। यह जीई-414 इंजन के लिए दे रहा है, जो तेजस के अलग-अलग वेरिएंट्स को ताकत देती हैं।
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