नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना अंतरिक्ष स्टार्ट-अप पिक्सल साल 2025 के मध्य तक वायुसेना को उपग्रह सौंप देगा, जिसके बाद वायुसेना 2025 के मध्य या अंत तक इसे लॉन्च कर सकती है। इससे देश की सीमाओं की निगरानी करने की वायुसेना की क्षमता में इजाफा होगा। बता दें कि भारतीय वायुसेना ने बंगलूरू स्थित कंपनी पिक्सल स्पेस के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
पिक्सल की स्थापना बिट्स पिलानी के युवा उद्यमियों अवैस अहमद और क्षितिज खंडेलवाल ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के दौरान की थी। अवैस अहमद का कहना है कि ‘हमें 2025 के मध्य में उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिक्सल का काम उपग्रह का निर्माण करना और उसे भारतीय वायुसेना को सौंपना है। इन सैटेलाइट का मुख्य काम देश की सीमाओं की निगरानी करना है। पिक्सल ने लघु बहु-पेलोड उपग्रहों की आपूर्ति के लिए वायु सेना के साथ iDEX के तहत अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह अनुबंध इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल, इन्फ्रारेड, सिंथेटिक एपर्चर रडार और हाइपर-स्पेक्ट्रल उद्देश्यों के लिए 150 किलोग्राम तक के छोटे उपग्रहों को विकसित करने के लिए किया गया है। साल 2019 में अपनी स्थापना के बाद से, पिक्सल ने 7.1 करोड़ डॉलर का वित्तपोषण जुटाया है। कंपनी का मानना है कि यह फंडिंग इसके 24 उपग्रहों के प्रक्षेपण को कवर करने के लिए पर्याप्त है। कंपनी की योजना इस साल छह और अगले साल 18 सैटेलाइट लॉन्च करने की है।
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