इंदौर। इंदौर (Indore) संभाग की सबसे बड़ी सेंट्रल जेल में बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान 11 बंदियों में घातक बीमारी एड्स के लक्षण मिले हैं। इसको लेकर जेल प्रशासन हरकत में आया है। अब जेल में विशेष शिविर लगाकर कैदियों को जागरूक किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों सेंट्रल जेल में 2800 कैदियों, जिनमें 110 महिला बंदी भी हैं, के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ अलग-अलग जांच कराई गई थी। हाल ही में जो रिपोर्ट आई है उसमें चौंकाने वाले आंकड़े प्रकाश में आए हैं।
जेल में स्थित अस्पताल के डॉक्टर प्रवीण अग्रवाल के मुताबिक जेल में शिविर लगाकर कैदियों की स्वास्थ्य संबंधी सांकेतिक जांच कराई गई थी, जिसमें कुछ कैदियों को घातक बीमारी के लक्षण मिले। फिर ब्लड के सैंपल लिए गए और जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें 11 कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि संबंधित कैदियों की स्क्रीनिंग भी कराई गई थी। बताया जा रहा है कि जेल में इस समय कैंसर के 5, टीबी के 8 तथा शुगर के 106 मरीजों का उपचार चल रहा है। कल सेंट्रल जेल में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर संस्था विस्वास की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया, जिसमें एड्स के प्रति जागरूक होने की बात बताई गई। अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि समय-समय पर जेल में शिविर लगाकर परीक्षण कराया जा रहा है, ताकि घातक बीमारियों से कैदियों का बचाव किया जा सके।
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