कैसा बनाएं… 25 करोड़ खर्च करेंगे… प्रोजेक्ट कंसलटेंसी के लिए ऑफर मांगा
इन्दौर। राजवाड़ा और उसके आसपास के इलाके में 25 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले देवी अहिल्या लोक का मास्टर प्लान बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इंदौर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लि. ने मास्टर प्लान बनाने के लिए प्रोजेक्ट कंसलटेंसी के लिए ऑफर मांग लिए हैं। चयनित एजेंसी को दो महीने सर्वे कर देवी अहिल्या लोक की प्लानिंग तैयार करना होगी। फिर इसे औपचारिक मंजूरी के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी के बोर्ड में रखा जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अहिल्या लोक की अनुमानित लागत 25 करोड़ रुपए आंकी गई है, लेकिन यह कम या ज्यादा हो सकती है। यह सब बातें कंसलटेंट द्वारा बनने वाली डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के बाद तय हो सकेंगी। कंसलटेंट पूरे प्रोजेक्ट की डीटेल डिजाइन बनाएगा और फिर उसे प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के दौरान काम की मॉनिटरिंग करेगा। 20 जून तक इच्छुक एजेंसियां अपने प्रस्ताव स्मार्ट सिटी कंपनी को ऑनलाइन दे सकेंगी। देवी अहिल्या लोक महाकाल लोक की तर्ज पर बनाया जाएगा। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने की थी। योजना है कि राजवाड़ा के आसपास का ट्रैफिक बंद कर वहां सौंदर्यीकरण किया जाए, साथ ही देवी अहिल्या द्वारा महेश्वर, काशी और देशभर में किए गए धार्मिक और सामाजिक कार्यों की बानगी अहिल्या लोक में दर्शाई जाए। इससे आने वाली पीढिय़ों को पता चल सकेगा कि देवी अहिल्या ने न केवल इंदौर बल्कि महेश्वर और देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों की सुविधा के लिए कौन-कौन से काम कराए हैं। इसके अलावा राजवाड़ा के आसपास बैठक व्यवस्था, लाइटिंग और कलाकृतियों आदि का काम भी होगा। सूत्रों ने बताया कि जून में कंसलटेंट नियुक्त होने के बाद अगस्त-सितंबर तक अहिल्या लोक का प्लान बनेगा। उसके बाद विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए अलग से टेंडर होंगे। माना जा रहा है कि 2023 की आखिरी तिमाही में प्रोजेक्ट का मैदानी काम शुरू हो जाएगा।
स्मार्ट सिटी की परीक्षा… अब तक कई प्रोजेक्टों का कबाड़ा
यह कार्य भी स्मार्ट सिटी के अफसरों के निर्देशन में होगा, जबकि स्मार्ट सिटी अब तक कई प्रोजेक्टों का कबाड़ा कर चुकी है। इससे पहले लोधा कॉलोनी को शिफ्ट करने और वहां अत्याधुनिक इमारतें बनाने का प्रोजेक्ट बनाया था, जिसके अब तक कोई अते-पते नहीं है, वहीं एमओजी लाइन्स का काम भी आधा अधूरा पड़ा है। स्मार्ट सिटी ने सिर्फ राजवाड़ा और गोपाल मंदिर के ही बेहतर कार्य किए हैं, उसके अलावा सरवटे टू गंगवाल, बड़ा गणपति से कृष्णपुरा, इमली बाजार से राजावाड़ा और राजवाड़ा बांके बिहारी मंदिर से सराफा तक की सडक़ें बनाई थी, जिसकी कई परेशानियां अब लगातार लोगों को उलझन में डाल रही हैं। समय सीमा में सडक़ें तो बना दी। अब वहां बार-बार लाइनें चौक होने की दिक्कतें आ रही है। यही हाल बड़ा गणपति से कृष्णपुरा की सडक़ पर कई जगह सामने आ रहे हैं। गोराकुंड, सीतलामाता बाजार, मल्हारगंज, इमली बाजार में नलों में अब तक गंदा पानी आ रहा है और कई जगह ड्रेनेज लाइनें चौक हो रही हैं।
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