श्योपुर। केन्द्रीय मंत्री कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Union Minister Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि जिले में अतिवर्षा से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ति प्रभावित हुए हैं, उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। केन्द्र और राज्य सरकार बाढ पीडितों (flood victims) के साथ है। इस संकट की घडी में घबराने की आवश्यकता नहीं है। केन्द्रीय मंत्री तोमर गुरुवार को जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक को गूगल मीट के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि राज्य सरकार की बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए निरंतर प्रयासों के जुटी हुई है। इस प्राकृतिक आपदा में श्योपुर सहित 10-12 जिले प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से उबरने के लिए श्योपुर के जनप्रतिनिधियों, राजनैतिक दलों, समाजसेवियों द्वारा अपनी भूमिका का निर्वहन अच्छी तरह से किया था। जिसके कारण कोविड से हम सभी उभरे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के समय में धीरज और समझ जरूरी है। ऐसे में कई भ्रांतियां फैलती है। उनसे हम सभी को बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, संभाग और जिला स्तरीय प्रशासन और पुलिस बाढ पीडितो के साथ है। जिला प्रशासन द्वारा उनकीं हरसंभव मदद की जाएगी। इसलिए हमें किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। साथ ही किसी पर भी गुस्सा निकालनें का समय नहीं है। राज्य सरकार द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए त्वरित गति से चिंता की है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा जो सुझाव दिये हैं, उन पर अमल कराने के प्रयास जारी रहेंगे। जिला प्रशासन की बाढ़ पीड़ितों को दी जाने वाली मदद के अच्छी सिविल सोसायटियों के लगाया जाए, साथ ही सभी गतिविधियों की एडवान्स प्लानिंग की जावे। जिससे परिस्थितियों से उबरने में आसानी होगी।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि केन्द्रीय संचार मंत्री से बात की है, श्योपुर के संचार संसाधनों को विकसित किया जाए। इस दिशा में किये जाने वाले प्रयासों को पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा सडक, पानी, बिजली, पेयजल की जो योजना बनाई है। उस पर शीघ्र अमल प्रारंभ किया जावे। इस दिशा में बाढ पीडितो के लिए हर स्तर से मदद करने के लिए एडवान्स में मैपिंग की जाए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों को पीने का पानी शुद्ध मिले। इस दिशा में नगरीय निकाय, पीएचई, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा त्वारित कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित हर व्यक्ति के घर में खाद्य सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे सभी व्यवस्थाओ के साथ साथ-साथ किया जाए, जिससे जनता में विश्वास बढेगा। सर्वे का कार्य पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किया जाए। सर्वे कार्य में पटवारी, ग्राम पंचायत सविच और जीआरएस को लगाया जाए।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि जन धन हानि की दिशा में मुआवजा राशि शीघ्र मुहैया कराई जाए, साथ ही बाढ़ से उत्पन्न किचड और गंदगी से बीमारी नहीं फैले, इस दिशा में स्वास्थ्य और पशु विभाग सजग होकर कार्य करें। संबंधित विभागीय अधिकारी सुविधाएं बहाल होने तक श्योपुर में कैम्प करेंगे। साथ ही प्लानिंग के साथ जिला प्रशासन के सहयोग से सुविधाएं मुहैया कराने में मदद करेंगे।
संभागायुक्त आशीष सक्सेना ने बैठक में कहा कि श्योपुर जिले में अतिवर्षा से हुई स्थिति से निपटने के लिए संभाग स्तरीय अधिकारियों को बुलाया गया है। संभाग स्तरीय अधिकारी सुविधाएं बहाल होने तक श्योपुर में ही कैम्प करेंगे। कि सडक, बिजली, पानी की दिशा में सभी प्रकार के उपाय जिला प्रशासन से मिलकर सुनिश्चित किये जावेगे। उन्होंने कहा कि बिजली के कारण आटा प्लांट जो बंद है। उनको बिजली सप्लाई प्रदान की जाकर शीघ्र प्लांटों को प्रारंभ कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बिजली सप्लाई को सुधारने के लिए आवश्यकतानुसार सब इजीनियर मुहैया कराये जा रहे हैं। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य एवं पशु श्योपुर में ही कैम्प करे। व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए जिला प्रशासन की मदद करेंगे। बाढ़ पीडितों को हुए नुकसान के लिए टीम बनाई जाकर सर्वे कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में बाढ के कारण जो व्यक्तियों के घर और सामान प्रभावित हुए हैं, उनको एयर ड्रोप के माध्यम से खाद्यान सामग्री पहुंचाई जा रही है। बाढ़ प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन द्वारा कम्पलिट प्लान बनाया जा रहा है। इसी प्रकार चंबल संभाग के जोइट कमिश्नर राजेन्द्र सिंह को श्योपुर में ही 15 दिन तक व्यवस्थाओं को चुस्त और दुरूस्त बनाने के लिए लगाया गया है। उनके द्वारा जिला प्रशासन की आवश्यक मदद की जाएगी।
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