एनपीसीआई के अनुसार इस समझौते से भारत में लेन-देन में परिवर्तनकारी बदलाव लाने वाली यूपीआई को वैश्विक विस्तार मिलेगा। एमओयू के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं। पहला, भारत के बाहर यात्रियों के लिए यूपीआई भुगतान के उपयोग को व्यापक बनाना ताकि वे विदेश में आसानी से लेनदेन कर सकें। दूसरा, अन्य देशों में यूपीआई जैसी डिजिटल भुगतान प्रणाली स्थापित करने में सहायता करना है, ताकि निर्बाध वित्तीय लेनदेन के लिए एक मॉडल मिल सके। और तीसरा, यूपीआई के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके देशों के बीच पैसे भेजने की प्रक्रिया को आसान बनाने पर ध्यान केंद्रित करना, जिससे सीमा पार वित्तीय आदान-प्रदान सरल हो सके।इस दौरान एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) के सीईओ रितेश शुक्ला ने कहा, “यूपीआई को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए गूगल पे के साथ मिलकर हमें खुशी हो रही है। यह रणनीतिक साझेदारी न केवल भारतीय यात्रियों के लिए विदेशी लेनदेन को सरल बनाएगी बल्कि हमें एक सफल डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र के संचालन के बारे में अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को अन्य देशों में विस्तारित करने की भी अनुमति देगी।”
गूगल पे इंडिया की निदेशक (भागीदारी) दीक्षा कौशल ने कहा, “हमें अंतरराष्ट्रीय बाजारों में यूपीआई की पहुंच बढ़ाने की दिशा में एनआईपीएल का समर्थन करते हुए खुशी हो रही है। यह सहयोग भुगतान को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की दिशा में एक और कदम है।”